“BPSC कैंडिडेट्स के समर्थन में भाकपा–माले विधायकों का राजभवन मार्च:कांग्रेस-राजद MLA भी हो सकते हैं शामिल
पटना.BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले 14 दिनों से कैंडिडेट्स का धरना जारी है। सोमवार देर रात जन सुराज के सुत्रधार प्रशांत किशोर गर्दनीबाग में धरना दे रहे BPSC अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे, जहां वो 2 घंटे से ज्यादा समय तक अभ्यर्थियों के बीच बैठे भी दिखे। अभी भी कैंडीडेट्स गर्दनीबाग में जुटे हुए हैं। वहीं अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज और परीक्षा को रद्द करवाने के खिलाफ आज भाकपा–माले के विधायकों का राजभवन मार्च होगा। इस मार्च में कांग्रेस और राजद के विधायक भी शामिल हो सकते हैं।
कैंडिडेट्स के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव से की मुलाकात
सोमवार को 11 सदस्यों का डेलिगेशन मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मिलने पहुंचा था। मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद डेलिगेशन ने कहा था कि – ‘हमने अपनी मांग CS के सामने रखी है। उन्होंने कहा कि जो उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं आंदोलन को लेकर कैंडिडेट्स ने कहा था कि जब तक री एग्जाम की घोषणा नहीं होती है, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
रविवार को पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
रविवार को गांधी मैदान में छात्र संसद हुआ। CM आवास की ओर बढ़ रहे कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज किया गया। रविवार को हुए प्रदर्शन को लेकर प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व IPS अफसर आनंद मिश्रा, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा समेत 21 लोगों पर नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। छात्र दोबारा एग्जाम की मांग पर अभी भी अड़े हैं। घायल अभ्यर्थी ने कहा कि पुलिस ने बहुत पीटा है। अब बातचीत नहीं होगी। परीक्षा कैंसिल करने के बाद ही हम लोगों का आंदोलन खत्म होगा।
लाठीचार्ज का मामला पहुंचा मानवाधिकार आयोग
पटना में BPSC अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दिल्ली और बिहार मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है। मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एसके झा ने बताया कि याचिका दाखिल की गई है। भारत के संविधान में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का सबको अधिकार है। संविधान के अनुच्छेद 19(1) (बी) के अनुसार, नागरिकों को बिना हथियार के शांतिपूर्वक इकट्ठा होने का अधिकार है। अभ्यर्थियों पर पानी की बौछार और लाठीचार्ज हुआ है। यह पुलिस की अमानवीय चेहरे को उजागर करती है। आयोग से मामले में हस्तक्षेप कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।
BPSC चेयरमैन ने राज्यपाल से की मुलाकात
सोमवार को BPSC के चेयरमैन रवि मनु भाई परमार अचानक बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आरलेकर से मिलने पहुंचे थे। करीब आधे घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई। राज्यपाल से मिलकर BPSC के अध्यक्ष बाहर निकले। वहीं जब मीडिया ने अध्यक्ष से सवाल किया तो वह बिना कोई जवाब दिए निकल गए थे। माना जा रहा है कि 70वीं BPSC परीक्षा को लेकर हो रहे हंगामा और आंदोलन को लेकर मुलाकात हुई थी।