पटना में 18 साल के लड़के का पकड़ौआ विवाह:बारात से अगवा कर जबरन शादी करवाई
पटना में 18 साल के युवा का पकड़ौआ विवाह होने का मामला सामने आया है। गौरीचक थाने में अगवा कर जबरन शादी कराने का मामला दर्ज हुआ है। जबरन शादी का वीडियो भी सामने आया है।युवक का अभी तक घर नहीं लौटा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इधर बेटे की जबरन शादी की खबर सुनते ही पिता की तबीयत बिगड़ गई।
पीड़ित के जीजा प्रेम कुमार ने बताया कि 5 दिसंबर को उनका साला शुभम कुमार(18) शाम के समय बख्तियारपुर के एक गांव में शादी समारोह में शामिल होने गया था।
गांव के कुछ युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद जबरदस्ती उसकी शादी करा दी गई। फिर लड़की को अकेले गौरीचक स्थित शुभम के घर भेज दिया। शुभम के घरवाले इस शादी के विरोध में है। उन्होंने लड़की को वापस उसके घर भेज दिया है। इधर शुभम की कोई खबर नहीं होने से परिजन परेशान हैं।
बेटे को बंधक बनाकर रखा है
गौरीचक के महद्दीपुर गांव की हेमंती देवी का कहना है कि उनका बेटा चचेरे भाई की शादी में बारात के साथ चंपानगर बख्तियारपुर गया था। वहां सपहुआ के रहने वाले सुनील राय ने उनके बेटे की जबरन शादी करा दी।परिवार के लोगों ने बताया कि खोजबीन करते हुए बख्तियारपुर थाना पहुंचे। वहां से एक गांव में गए, जहां उनके बेटे को एक कमरे में बंद करके रखा गया था। उससे मुलाकात नहीं करने दिया गया।
अपहरण का मामला दर्ज, छापेमारी शुरू
प्रेम कुमार ने बताया कि 24 घंटे के बाद भी शुभम का कोई सुराग नहीं मिला है। अपहरण के बाद उनके पिता की तबीयत काफी खराब हो गई है। इस संबंध में गौरीचक के प्रभारी थाना अध्यक्ष विवेक कुमार ने बताया कि अपहरण का मामला दर्ज कराया गया है। युवक की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
अब जानिए क्या होता है पकड़ौआ विवाह
पकड़ौआ विवाह वो शादी है, जिसमें लड़का-लड़की किसी की भी सहमति की जरुरत नहीं होती है। यह शादी सिर्फ दबंगई से होती है। इसमें बैंड-बाजा और बाराती नहीं, बस दबंग टाइप के लोग चाहिए, जो लड़के को किडनैप कर सकें। लड़की वाले ऐसे लड़कों पर नजर रखते हैं, फिर आदमी लगाकर उठवा लेते हैं।अधिकतर मामलों में अपहरण ही किया जाता है, कुछ में बहला-फुसलाकर भी लड़कों को बंधक बना लिया जाता है। लड़कों को बंधक बनाकर दबंगई के साथ रीति-रिवाज से लड़की के साथ शादी करा दी जाती है। इसके बाद लड़के को छोड़ दिया जाता है।
थाने से लेकर कोर्ट तक मामला जाता है, लेकिन अंत में समाज समझौता कराकर दोनों पर साथ रहने का दबाव बनाता है। अधिकतर मामलों में समय के साथ किडनैपिंग का घाव भर जाता है, लड़का-लड़की पति-पत्नी की तरह साथ रहने लगते हैं। दोनों परिवार भी एक हो जाते हैं।