“अटल व जेपी गंगा पथ पर स्पीड लिमिट अब 60 किमी प्रतिघंटा होगी,तेज चलाया तो भरना होगा 2 हजार…
पटना.अटल पथ व जेपी गंगा पथ पर हादसों में हो रही मौत और लोगों के घायल होने से परिवहन विभाग की नींद टूटी है। जांच में यह बात सामने आई है कि 90 फीसदी दुर्घटनाएं ओवर स्पीड से होती हैं। ऐसा होता देख विभाग ने फैसला लिया है कि दोनों सड़कों पर वाहनों के रफ्तार की अधिकतम सीमा 60 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी है।
पहले इन दोनों रूट पर वाहनों के रफ्तार की अधिकतम सीमा 80 किलोमीटर प्रतिघंटे थी। दैनिक भास्कर ने सोमवार को शहर के मुद्दे के तहत, रफ्तार छीन रही जिंदगी, अटल पथ और जेपी गंगा पथ बने हादसों के हॉटस्पॉट शीर्षक से खबर प्रमुखता से छापी थी। इस खबर के छपने के बाद परिवहन विभाग ने इसे गंभीरता से लिया और दोनों सड़कों पर रफ्तार की अधिकतम सीमा 80 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे तय कर दी।
सबसे बड़ा सवाल- बंद करने से पहले क्या होगी व्यवस्था, लोग कैसे उतरेंगे और चढ़ेंगे
गायघाट पुल के रास्ता एक बार पहले की बंद कर दिया गया था। इससे लोगों को परेशानी हुई और फिर इसे खोल दिया गया। गांधी सेतु होते जाने वाले लोग गायघाट के आसपास के रहने वाले पुल पर बने सीढ़ी से चढ़कर बस या दूसरे वाहन पकड़ते हैं। इसी तरह की बात रूपसपुर आरआेबी, गर्दनीबाग आरओबी, जीपीओ आरओबी और अगमकुआं शीतलामाता आरओबी की भी है। इन चारों आरआेबी से नीचे उतरने और चढ़ने के लिए उन्हें पुल पर लंबी दूरी तय करनी होगी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बंद करने से पहले लोगों के उतरने-चढ़ने के लिए क्या व्यवस्था होगी।
स्पीडो मीटर के साथ रेगुलर होगी पैट्रोलिंग
ट्रैफिक एसपी के जवान इन दोनों रूटों पर स्पीडो मीटर के साथ रहेंगे। जवान स्पीडो मीटर लेकर दोनों सड़कों पर मूवमेंट करते रहेंगे। अटल पथ और जेपी गंगा पथ पर ट्रैफिक की गश्ती होगी। अगर 60 से ज्यादा स्पीड में वाहन चलाते पकड़े गए तो फिर सभी तरह के वाहनों को 2 हजार का जुर्माना देना होगा। एक से अधिक बार पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई के साथ ही डीएल भी कैंसिल हो सकता है। शहर के चार आरओबी और गायघाट पर नीचे से चढ़ने और ऊपर से उतरने के लिए रास्ते को बंद करने का फैसला लिया है।