Sunday, December 22, 2024
Patna

बिहार में सरकारी स्कूलों में पहली घंटी में गणित और दूसरी में रीडिंग की क्लास चलेगी

पटना.सरकारी स्कूलों में प्रतिदिन पहली घंटी में गणित और दूसरी घंटी में रीडिंग क्लास चलेगी। रीडिंग क्लास एक घंटे की होगी। छात्र किसी पाठ को बोल करके पढ़ेंगे। इस दौरान शिक्षक शब्दों को सही तरीके से बोलना सिखाएंगे। ये क्लास 1 से 8वीं कक्षा के लिए 100 दिन चलेगी। प्रत्येक सप्ताह रीडिंग और गणित का टेस्ट लिया जाएगा, जिससे पता चलेगा कि छात्रों ने कितना सीखा है।

शनिवार को रविवार के लिए होमवर्क दिया जाएगा। इसके आधार पर सोमवार को टेस्ट होगा। दरअसल, राज्य के 1000 स्कूलों में रीडिंग और गणित की जानकारी के बारे में जांच की गई। इस दौरान कक्षा 3, 5 और 8 के अधिकतर छात्रों को बेसिक जानकारी नहीं थी।

इसके बाद पहली और दूसरी घंटी गणित और रीडिंग के लिए निर्धारित किया गया। प्राथमिक शिक्षा के निदेशक पंकज कुमार ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र रीडिंग और गणित में कमजोर हैं। इसको देखते हुए प्रतिदिन पहली घंटी में गणित और दूसरी घंटी में रीडिंग सिखाई जाएगी।

जनवरी के प्रथम सप्ताह में शिक्षकों का ट्रांसफर होगा: एस. सिद्धार्थ

सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ट्रांसफर प्रक्रिया जनवरी के प्रथम सप्ताह में पूरी कर ली जाएगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षकों को नजदीक का स्कूल आवंटित करने का प्रयास किया जाएगा।

उधर, ट्रांसफर के लिए 60205 शिक्षकों ने 10 दिनों में आवेदन किया है। इनमें 50293 शिक्षकों ऐसे हैं, जिनके आवेदन का कारण स्कूल से घर की अधिक दूरी है। 5500 ने पति या पत्नी की पोस्टिंग को आधार बनाकर आवेदन दिया है ताकि दोनों आसपास रह सकें।

शिक्षा विभाग के मुताबिक 10 दिसंबर तक गंभीर बीमारी से ग्रसित 790, कैंसर से ग्रसित 271, दिव्यांगता, ऑटिज्म और मानसिक बीमारी से पीड़ित 481, 416 विधवा और परित्यक्ता शिक्षक के आवेदन प्राप्त हुए हैं। साथ ही दिव्यांगता और अन्य कारणों से 2454 शिक्षकों ने आवेदन किया है।

प्रधान शिक्षक : दो दिनों में 900 की काउंसिलिंग हुई

बीपीएससी द्वारा प्रधान शिक्षक परीक्षा पास करीब 900 शिक्षकों की काउंसिलिंग हुई है। काउंसिलिंग के लिए सुबह से शाम 6 बजे तक 5 स्लॉट बनाए गए हैं।

हाजिरी बना कर घर चले जाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी

सरकारी स्कूलों में छात्रों की फर्जी उपस्थिति बनाने वाले, अपनी बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने के बाद घर चले जाने वाले और अन्य अनियमितता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह बात शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कही। उन्होंने कहा कि स्कूलों के निरीक्षण के दौरान कई शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है।

स्कूलों में छात्रों की अधिक संख्या दिखाने के लिए फर्जी उपस्थिति दर्ज की जा रही है। रजिस्टर में दर्ज उपस्थिति से छात्रों की संख्या आधी रहती है। कई स्कूलों में छात्र नियमित रूप से नहीं आते हैं, वे दूसरी जगहों पर पढ़ाई कर रहे है। डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि कई शिक्षकों की पढ़ाने की अपेक्षा रिकार्ड मेनटेन करने में अधिक रुचि रहती है। वह समय पर स्कूल आकर हाजिरी लगाते हैं।

maahi Patel
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