“लव मैरिज की थी,पति दोस्तों से संबंध बनाने को कहता’5 महीने बाद भी नहीं सुन रही पुलिस
पटना के दीघा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला अपनी बेटी के साथ न्याय पाने के लिए भटक रही है। लेकिन, अभी तक उसे न्याय नहीं मिल पाया है। पीड़िता का आरोप है कि ‘मेरे पति अपनी बहन के साथ मिलकर मुझे और मेरी बेटी को बेचना चाहते हैं। इसको लेकर मैंने एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस मामले में पुलिस और केस की आईओ आरोपियों को बचा रही है। लोवर कोर्ट से बेल रिजेक्ट होने के बावजूद भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस आरोपियों की मदद कर रही है।’
2006 में हुई थी लव मैरिज
पीड़िता ने बताया कि ‘मैंने घर से भागकर 2006 में मुकेश पासवान से लव मैरेज की थी। शादी के बाद ननद ने दहेज के लिए टॉर्चर करना शुरू किया। दहेज के रुपए वसूलने के लिए पति हैवानियत पर उतर आया। दोस्तों के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव देने लगा। विरोध करने पर पति मुकेश उसके साथ मारपीट करता था।’पीड़िता ने बताया कि ‘पति मेरे शरीर पर कैंडल जला कर गिराता था। बेचने के लिए अरवल लेकर गया था। डील भी कर ली थी। लेकिन, किसी तरह बचकर वहां से निकल गई। इसके बाद पति का घर छोड़ कर रेंट के मकान में रहने लगी।’
पति के पास रह रहे थे बेटा-बेटी
पीड़िता के दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी (12) हैं। दोनों पति मुकेश पासवान के घर पर ही रह रहे थे। पीड़िता के मुताबिक 12 जुलाई 2024 को नाबालिग बेटी ने फोन किया और बताया कि ‘9 जुलाई 2024 को पापा घर पर शराब पी रहे थे। मां को गाली दे रहे थे। इसके बाद बुआ चंचला कुमारी को फोन कर कहा कि जो तुम्हें ठीक लगे, इन दोनों के साथ करो।”इसके बाद बुआ दो आदमी को लेकर आई। मेरे पापा के साथ दोनों ने भी बैठकर शराब पी। बुआ ने पास बुलाया और बोली तुम्हारी किस्मत खुलने वाली है। बड़े घर में जा रही हो। सामने बैठे आदमी की ओर इशारा किया। इसके बाद मुझे उसकी गोद में बैठा दिया। वो मेरे प्राइवेट पार्ट को टच कर रहा था।’
कोर्ट से रिजेक्ट हो चुकी है बेल
13 जुलाई 2024 को पीड़िता की ओर से महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। करीब 5 महीने के बाद भी आरोपी पति और उसके दोस्तों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। तीनों आरोपी बाहर हैं। जबकि, पटना लोवर कोर्ट से बेल भी रिजेक्ट हो चुकी है।
पीड़िता ने पुलिस पर आरोपियों की मदद करने का आरोप लगाया है। बताया कि आरोपी पति खुलेआम अलग-अलग नंबर से कॉल कर केस उठाने और समझौता करने का दबाव बना रहा है। धमकी दे रहा है।