“समस्तीपुर में ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की मनमानी के कारण शहर में लागू नहीं हो रहा रूट आधारित परिचालन, लगती है जाम
समस्तीपुर.शहर की सड़कों को जाम मुक्त बनाने के लिए योजना बनी थी। लेकिन, धरातल पर लागू नहीं होने के कारण शहर के सभी इलाकों में जाम का सामना करना पड़ रहा है। शहर में चलने वाली हजारों ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन के लिए न रूट तय किया गया और न ही जोन और कलर कोड मिला है। ऑटो और ई-रिक्शा के कारण चारपहिया वाहनों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है।
डीटीओ विवेक चंद्र पटेल ने बताया कि परिवहन विभाग ने इसके लिए समस्तीपुर रेलवे स्टेशन और कर्पूरी बस स्टैंड से जुड़े छह जोन और कलर कोड का निर्धारण कर लिया है। किसी भी जोन व रूट में 16 किलोमीटर से अधिक की दूरी नहीं हो, इसका ख्याल रखा गया है। ऑटो व ई-रिक्शा चालक किस रूट में अपने वाहन को चलाने के लिए इच्छुक हैं, इस से संबंधित इन्विटेशन उनसे मांगा गया है। खासकर स्टेशन चौक, स्टेशन रोड, गोला रोड, बहादुरपुर दुर्गा स्थान चौक, गणेश चौक, मगरदही घाट, मथुरापुर घाट, बस स्टैंड के पास, एसडीओ ऑफिस के सामने, भोला टॉकीज गुमटी के पास, कचहरी रोड, काशीपुर लखना चौक, गर्ल्स हाई स्कूल के पास, ओवर ब्रिज के दोनों छोर व क्रांति होटल व आदर्शनगर चौक सहित विभिन्न इलाकों में जाम की स्थिति बनी रहती है। पैदल चलने के लिए चौक-चौराहों पर जगह नहीं मिलती है। लोग डर-डर कर पैदल पार करते हैं। बता दें कि परिवहन विभाग के अनुसार अकेले शहर में 12 हजार ऑटो और ई-रिक्शा दौड़ रही है।
दो बैठक हुई, योजना भी बनाई गई फिर भी दिन-प्रतिदिन सड़कों पर जाम की समस्या बढ़ती जा रही है ई-रिक्शा चालकों की मनमानी के कारण सड़कों पर जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। इससे फोर व्हीलर, बस, ऑटो सहित अन्य वाहनों को काफी परेशानी होने लगी है। साइड लेने को लेकर हमेशा ई-रिक्शा चालक और अन्य वाहन चालकों के बीच नोक-झोंक की स्थिति बनी रहती है। साइड लेने को लेकर हमेशा ई-रिक्शा चालक और अन्य वाहन चालकों के बीच नोक-झोंक होते रहता है। परिवहन विभाग ने शहरी क्षेत्र में भीड़भाड़ वाले इलाके बाजार, बस और रेलवे स्टेशन समेत मुख्य चौराहों पर ई-रिक्शा से लगने वाले जाम को देखकर रूट निर्धारण करने की योजना बनाई थी। लेकिन, इसमें ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की मनमानी के कारण यह लागू नहीं हो पा रहा है। जबकि इसको लागू कराने के लिए परिवहन विभाग, जिला प्रशासन के साथ दो-दो बैठक भी कर चुकी है।