“बिहार:महिला दरोगा से नजदीकी ने खोला फर्जी दरोगा का राज:थाने में घुसकर कहा था-आपका बैचमेट हूं
“बिहार:भोजपुर में एक फर्जी दरोगा गिरफ्तार हुआ है। पिछले डेढ़ साल से वो पुलिस की नकली वर्दी-पिस्टल लेकर लोगों के बीच धौंस जमाता था। कॉन्फिडेंस ऐसा की नकली वर्दी पहनकर थाने में घुसता था और पुलिस वालों से पूछताछ करके निकल जाया करता था।
वो लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था, इस बीच उसकी दोस्ती बिहिया थाने में पोस्टेड महिला दरोगा से हो गई। दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला बढ़ गया। दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी, लेकिन फर्जी दरोगा राकेश सिंह की एक झूठ ने महिला दरोगा को बड़ा क्लू दे दिया और वो पकड़ा गया।
दरअसल, राकेश कुमार सिंह गड़हनी थाना क्षेत्र के मदुरा गांव का रहने वाला है। पिछले दो साल से वो रोहतास में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था। उसने पत्नी को बताया था कि वो टेक्नीशियन है। लेकिन दूसरे के अपॉइंटमेंट लेटर पर फर्जीवाड़ा कर ये दूसरे लोगों के सामने खुद को दरोगा बताता था। रोहतास के लोगों को अपनी भोजपुर बताता था, जबकि भोजपुर के लोगों को अपनी पोस्टिंग रोहतास बताया करता था।
10 अक्टूबर को थाने में महिला एसआई से मुलाकात हुई
राकेश सिंह 10 अक्टूबर को बिहिया थाना आया था। वहां उसकी मुलाकात एक महिला दरोगा से हुई। उसने महिला दरोगा से बातचीत की और खुद को महिला दरोगा के बैच का बताया। उसने महिला दरोगा से कहा मैं भी 2019 बैच का हूं। 2019 बैच के दूसरे दरोगा के साथ खिंचवाई हुई फोटो को दिखाकर उसने महिला दरोगा को भरोसे में ले लिया। राकेश ने महिला दरोगा से उसका नंबर भी लिया और फिर दोनों में बातचीत होने लगी। राकेश ने महिला दरोगा से कहा था कि वो शादीशुदा नहीं है।
बातचीत के दौरान महिला दरोगा को राकेश सिंह पर शक हुआ। उसने रोहतास पुलिस से राकेश सिंह के बारे में जानकारी ली। रोहतास पुलिस ने महिला दरोगा को बताया कि राकेश सिंह तो भोजपुर में पोस्टेड है। महिला दरोगा ने फिर राकेश सिंह की पूरी कुंडली निकाली और राकेश सिंह के बिहिया आने का इंतजार करने लगी।
महिला दरोगा को यह जानकारी मिली कि राकेश 24 दिसंबर को शादी समारोह में बिहिया आने वाला है। उसने राकेश से फोन पर बात की और उसका लोकेशन मिलने के बाद थाने की पुलिस को भेज कर उसे उठवा लिया। इसके पास से वर्दी, बेल्ट, बैच और टोपी बरामद हुए हैं। बिहिया थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। जानकारी जगदीशपुर SDPO राजीव सिंह ने दी है।