“गर्लफ्रेंड के लिए बना आर्मी जवान, कार के लिए छोड़ा:10वीं परीक्षा में हुआ प्यार,दूसरी शादी कर रहा पति
बेगूसराय.मेरी मदद कीजिए, मेरा पति मुझे छोड़कर दूसरी शादी करने जा रहा है। कारण बस इतना है कि उनकी ओर से कार की डिमांड हो रही है, जिसे देने में मेरे पिता असमर्थ हैं। शादी में 10 लाख रुपए कैश, 2 लाख का सामान, 1 लाख रुपए कपड़े के लिए दिए ही थे। इतना ही नहीं, जब मैं प्रेग्नेंट हुई, तो मेरे पति ने मुझे इतना मारा कि मेरा गर्भपात हो गया। अब पुलिस मदद नहीं कर रही है। बोलती है कि दूसरी शादी कर लेने दो, एक और धारा जुड़ जाएगा। ये बातें बेगूसराय की रहने वाली एक युवती ने कही है। युवती ने इंडियन आर्मी में हवलदार के पोस्ट पर तैनात अपने पति प्रियदर्शन के खिलाफ ये आरोप लगाए हैं।
बेगूसराय की रहने वाली सोनी (बदला हुआ नाम) ने बताया कि मैं और लाखो थाना क्षेत्र पनसल्ला निवासी प्रियदर्शन कुमार 2016 में 10वीं की परीक्षा दे रहे थे। इसी दौरान दोनों की दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे बातचीत और फिर प्यार में बदल गया। सोनी ने बताया कि प्यार होने के बाद प्रियदर्शन ने कहा कि वो मुझसे शादी करना चाहता है। मैंने उसे उस वक्त मना किया और कहा कि पहले नौकरी करके अपने पैर पर खड़ा हो जाओ, तभी हमारे पिता शादी करने के लिए तैयार होंगे।
2017 के आखिर में प्रियदर्शन की जब सेना में नौकरी लग गई, तो उसने एक बार फिर मुझसे शादी का प्रपोजल रखा। हम दोनों ने अपने-अपने घरों में बात की। फिर दोनों के परिजन की सहमति से देवघर में 28 मई 2018 को हमारी शादी हो गई। सोनी ने बताया कि शादी में मेरे पिता ने मेरे ससुर अरुण सिंह को दहेज में 10 लाख रुपए कैश, 2 लाख रुपए का सामान और 1 लाख रुपए कपड़े के लिए दिए।
शादी के दो दिन बाद सोनी हंसी-खुशी ससुराल चली गई, लेकिन उसे क्या पता था कि ससुराल में उसके दुर्दिन की पटकथा तो पहले ही लिखी जा चुकी है। सोनी ससुराल गई, उस समय प्रियदर्शन ने कहा कि अभी बड़े भाई की शादी नहीं हुई है, इसलिए घूंघट की रस्म नहीं हो सकती, ऐसे ही चलो। सोनी ससुराल गई तो वहां खुशी से 8 दिन बिताया भी।लेकिन सेना के जवान प्रियदर्शन और उसके परिजनों की हैवानियत को देखकर सोनी के पांव तले की जमीन खिसक गई। सोनी ने बताया कि मुझ पर और मेरे मायका पक्ष पर कार देने का दबाव बनाया जाने लगा। मुझे मानसिक, शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा।
जब प्रताड़ना की हद बढ़ गई, तो सोनी ने अपने पिता को जानकारी दी। इसके बाद सोनी के पिता अपने रिश्तेदारों के साथ प्रियदर्शन के पिता अरुण सिंह, सास नीलम देवी और जेठ अजीत कुमार से मुलाकात की। इस दौरान सोनी के ससुराल पक्ष की ओर से सख्त लहजे में कहा गया कि जब तक आप कार नहीं देंगे, आपकी बेटी इस घर में नहीं रह सकती है।
पति ने अपने माता-पिता का पक्ष लिया
सोनी ने जब इस बारे में प्रियदर्शन से बात की और उसे समझाने की कोशिश की, तो उसने अपने माता-पिता का समर्थन करते हुए कहा कि जब वे मांग रहे हैं, तो दे दो। कुछ घंटे की बातचीत के बाद सोनी के पिता अपने रिश्तेदारों के साथ घर लौट गए। इसके कुछ दिन बाद ही प्रियदर्शन ने सोनी को उसके मायके विक्रमपुर पहुंचा दिया।ससुराल पहुंचने के एक साल बाद यानी 2019 से 2020 तक प्रियदर्शन ने सोनी से बातचीत बंद कर दी। 2020 के आखिर में बातचीत का सिलसिला फिर शुरू हो गया। हालांकि, प्रियदर्शन अपनी पत्नी को घर ले जाने को तैयार नहीं हुआ, लेकिन जब कभी वो छुट्टी पर आता था, तो सोनी से मिलने उसके घर जरूर आता था। इसी दौरान 2022 में सोनी जब गर्भवती हो गई, उसने खुशी से अपने पति को यह जानकारी दी। जानकारी देते ही प्रियदर्शन ने उसे बुरी तरह पीटा, जिससे सोनी का गर्भपात हो गया।
बड़े भाई की शादी के बाद पति ने बात करनी छोड़ दी
सोनी ने बताया कि उसके पास कई ऐसे फोटो हैं, जो इस बात की गवाही देते हैं कि उसे किस कदर प्रताड़ित किया जाता था। सोनी ने बताया कि गर्भपात के बाद भी वो चाहती थी कि रिश्ता बना रहे। लिहाजा, प्रियदर्शन से वो बातचीत करती रही, समझाती रही। फरवरी 2024 में जब प्रियदर्शन के बड़े भाई अजीत कुमार (सोनी के जेठ) की शादी हो गई तो फिर प्रियदर्शन ने बात करना छोड़ दिया।इसके बाद से सोनी के पिता और मामा समेत अन्य रिश्तेदारों ने लगातार मध्यस्थता की कोशिश की, लेकिन दहेज की मांग पर अड़े प्रियदर्शन और उसके माता-पिता ने सोनी को अपनाने से इनकार कर दिया। सोनी कुमारी का कहना है कि प्रियदर्शन के घर लगातार दूसरी लड़की वालों का आना जारी है।
प्रियदर्शन के खिलाफ महिला थाने में इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
सोनी ने थक हारकर आखिर में महिला थाना में आवेदन दिया। 19 नवम्बर को सोनी के आवेदन के आलोक में धारा- 85, 115 (2), 127(1), 351 (2), 352, 3(5) BNS एवं 3/4 DP ACT के तहत मामला दर्ज किया गया है। सोनी बताया कि अगर प्रियदर्शन दूसरी शादी करने में सफल हो जाता है, तो मैं कहीं की नहीं रहूंगी।लड़के के घर पर फिलहाल ताला लगा हुआ है, वे लोग कहां गए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। परिवार से संपर्क करने की कोशिश की गई, पर उनलोगों से बातचीत नहीं हुई।
8 दिसंबर को 15 दिन की मांगी मोहलत
उधर, सदर-वन DSP सुबोध कुमार ने कहा कि आवेदन के आधार पर महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल जारी है। हमने आरोपी लड़के पक्ष के लोगों से बात की है। उन्हें निर्देश दिया है कि दोनों बालिग हैं और शादी की है, तो लड़की को घर में बहू बनाकर रखें। उन लोगों ने रविवार यानी (8 दिसंबर) को 15 दिन का समय लिया है। आज मोहलत का दूसरा दिन है। 15 दिन में अगर मामले का समाधान नहीं होगा तो फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।