“पत्नी बोली-इश्क लड़ाऊंगी, पति ने सर्जिकल ब्लेड से काट डाला:बहन बोली-जीजा का भाभी से अफेयर था
बेगूसराय.शादी के 9 महीने हो गए, मेरी पत्नी हमेशा अपने प्रेमी से फोन पर बात करती थी। हम रोकते थे तो बहस करने लगती थी। 19 दिसंबर की रात भी जब हम फोन किए तो उसका नंबर बिजी था। इसके बाद रात में हम अपने एक दोस्त के साथ आए, पत्नी को घर से बाहर बुलाकर पूछा कि क्यों बात करते रहती हो, तो उसने कहा- हां, बात करूंगी। इतना सुनने के बाद मुझे गुस्से आ गया और मैंने सर्जिकल ब्लेड से पत्नी की गला काटकर हत्या कर दी।
यह कबूलनामा है 7 महीने की प्रेग्नेंट पत्नी की हत्या के आरोपी पति हर्षित कुमार का। हर्षित साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के साहेबपुर महतो टोला का रहने वाला है। वो एंबुलेंस ड्राइवर है। हर्षित की पत्नी बिंदु देवी की लाश शुक्रवार को अवध-तिरहुत सड़क किनारे से बरामद की गई थी।
इस मामले में मृतका बिंदु की बहन इंदु के बयान पर FIR दर्ज की गई। इसके बाद पुलिस ने हर्षित कुमार और उसके पिता बौधू महतो को गिरफ्तार किया। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया। मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें हर्षित, उसके पिता-माता और दो बहन शामिल हैं।
पति जेल भेजा गया, इधर निकली पत्नी की अर्थी
शनिवार सुबह एक ओर हर्षित को जेल भेजा गया। वहीं, दूसरी ओर मायके में बिंदु की अर्थी निकल रही थी। गंगा नदी के मुंगेर घाट पर बिंदु का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले शुक्रवार शाम को पोस्टमॉर्टम के बाद लाश मायके सनहा लाया गया था।
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर बना हत्या की वजह
पुलिस सूत्रों ने बताया. कि पुलिस ने हर्षित से पूछताछ की, तो उसने हत्या की बात को नकार दिया। लेकिन जब उसके मोबाइल का कॉल डिटेल निकाला गया, तो सब कुछ खुलासा हो गया। उसने अपना गुनाह कबूल लिया। हर्षित रात करीब 11:15 बजे संजात से मरीज को पहुंचा कर सदर अस्पताल आया और वहां एंबुलेंस खड़ी कर दी। इसके बाद अपने एक सहयोगी से घर जाने के नाम पर बाइक ली और एक सहयोगी के साथ घर पहुंचा।
दोनों बाइक से पहले अपने गांव साहेबपुर कमाल आए, फिर पत्नी को फोन करके कहा कि मैं यहां आ गया हूं, फिर बेगूसराय जाना है, इसलिए आओ जरूरी काम है। बिंदु घर से निकाल कर सड़क पर आई तो हर्षित ने फोन के बारे में पूछा, पत्नी ने जब इनकार किया तो बाइक पर बैठाकर पंचवीर और सनहा के बीच लाया, यहां उसने सर्जिकल ब्लेड से गला काट दिया। फिर धक्का देकर सड़क से नीचे गिरा दिया। इसके बाद सर्जिकल ब्लेड को पानी में फेंक दिया।
खून लगा कपड़ा साफ किया और सो गया
हर्षित के कपड़ा पर खून लगा था, जिसे सुबह 3 बजे साफ किया और सो गया। सुबह में जब लोगों ने पुलिस को एक लाश मिलने की सूचना दी, तो साहेबपुर कमाल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। लाश क्षत-विक्षत खून से सना रहने के कारण पहचान में नहीं आ रही थी। पुलिस शव की पहचान की और आगे की कार्रवाई में जुट गई।
पुलिस को हर्षित पर हुआ शक
हर्षित ने वारदात को अंजाम देने के बाद कपड़े पर लगे खून को धो दिया था, लेकिन FSL की जांच में शरीर के अन्य जगहों पर खून के धब्बे पाए गए। मोबाइल का कॉल डिटेल और खून के निशान से साफ हो गया कि वारदात को हर्षित ने ही अंजाम दिया है।
ग्राउंड जीरो पर दैनिक भास्कर को क्या मिला?
इस हत्याकांड के सभी पहलुओं को जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची। यहां खून के ढेर सारे निशान थे, जिससे स्पष्ट हो रहा था कि निर्मम तरीके से हत्या की गई है। मौके पर एएसपी (प्रोविजनल) साक्षी कुमारी और साहेबपुर कमाल थाने की पुलिस टीम जांच में जुटी थी। गोताखोरों की मदद से बगल की खाई में वारदात में इस्तेमाल सर्जिकल ब्लेड की खोजबीन की जा रही थी, लेकिन काफी कोशिश के बाद भी वो नहीं मिला।
इधर, मृतका बिंदु के गांव में लोगों में काफी आक्रोश था। मुख्य सड़क से करीब 100 मीटर की दूरी पर बिंदु का घर था। सड़क किनारे उसकी लाश को अंतिम संस्कार के लिए भेजे जाने की तैयारी चल रही थी। मौके पर गांव के भी बड़ी संख्या में लोग जुटे थे।
4 लाख रुपए देकर 18 मार्च 2024 को की थी शादी
बिंदु की बहन इंदु ने बताया कि 18 मार्च 2024 को 4 लाख दहेज, 2 लाख का जेवर, कपड़ा बिछावन समेत अन्य सामान देकर पिता ने काफी शौक से बिंदु का विवाह किया था। उन्हें लगा था कि लड़का अच्छा कमाता है, बिंदु भी ससुराल में कुछ दिन खुश रही। लेकिन हर्षित का अपने चचेरी भाभी से प्रेम संबंध चल रहा था। वह चाहती थी कि हर्षित अपनी पत्नी को मार दे, इसके लिए उसने खाना में जहर मिलाकर दे दिया था। लेकिन तब बिंदु को कुछ नहीं हुआ था।
बिंदु सात महीने की प्रेग्नेंट थी, इस वजह से 14 नवंबर को मां-पिताजी ने उसे मायके बुला लिया था, ताकि सही तरीके से उसकी देखभाल हो। प्रसव हो जाता है तो फिर बिंदु अपने ससुराल चली जाती।
18 दिसम्बर की रात हर्षित ने फोन किया कि खाना बना लेना, आज हम आएंगे। हम लोगों ने खाना भी बना लिया था, वह नहीं आया। फिर 19 दिसम्बर की रात में हम बगल में ही सोए हुए थे तो करीब 12-1 बजे हर्षित ने बिंदु को फोन किया। कहा कि हम एंबुलेंस लेकर आए हैं, तुम्हारे लिए स्वेटर लाए हैं, कुछ कैश भी है, सड़क पर आकर ले जाओ। हमने अपने बहन को कहा था कि साथ चलते हैं तो उसने साथ ले जाने से मना कर दिया। फिर वह घर से निकल गई और हम सो गए।
अहले सुबह उठे तो जिस बिछावन पर बिंदु सोई थी, वहां का गेट बंद था। हमको लगा दोनों पति-पत्नी सोए होंगे। सुबह 6 बजे तक फिर उठे तो गेट बंद हीं था, हम पति-पत्नी के सोए रहने की बात सोच कर उसे उठाने नहीं गए। इसी बीच पता चला कि गांव के बाहर एक लड़की की लाश पड़ी है।
साहेबपुर कमाल गांव में हर्षित के घर ताला लगा था
दैनिक भास्कर की टीम जब हर्षित के घर साहेबपुर कमाल गांव पहुंची तो वहां ताला लगा था। झोपड़ी नुमा किचन में खाना बनाने का सामान बिखरा था, लेकिन घर में कोई नहीं थे। आस-पड़ोस के लोग ऑन कैमरा कुछ बताने को तैयार नहीं हुए। लेकिन ऑफ कैमरा लोगों ने बताया कि हर्षित की पत्नी बिंदु यहीं रहती थी। कभी लड़ाई झगड़ा हम लोगों ने नहीं सुना। हर्षित अधिकतर समय ड्यूटी पर ही रहता था, पता नहीं क्या हुआ।वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हर्षित नशा की गिरफ्त में आ गया था। वह गांजा और अफीम का सेवन करता था। आज जब हर्षित को पुलिस हथकड़ी लगाकर ले जा रही थी, तब भी उसने जुर्म कबूल नहीं किया और हंसता रहा।