विद्यापति राजकीय महोत्सव;विद्यापति ने सामाजिक मर्म आधारित रचनाओं से कुरीतियों पर प्रहार किया: मंत्री
विद्यापति राजकीय महोत्सव;मिन्टू कुमार झा:समस्तीपुर। साहित्य की दुनिया में कई ऐसे महान कवि साहित्यकार हुए हैं जिनकी रचनाएँ न केवल आधुनिक युग में बल्कि उनके समय से ही आदर्श मानी जाती हैं। विद्यापति ठाकुर एक ऐसे महाकवि थे जिन्होंने अपनी मैथिली भाषा के माध्यम से कविता की दुनिया को समृद्ध किया और अपने अद्भुत रचनाओं से न केवल साहित्य क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी, बल्कि मिथिला क्षेत्र की सांस्कृतिक और परंपराओं पर भी गहरा प्रभाव डाला। उक्त बातें जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विद्यापति राजकीय महोत्सव का उद्घाटन करने के उपरांत श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहीं।
कला संस्कृति व युवा विभाग तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वधान में आयोजित बारहवें विद्यापति राजकीय महोत्सव का आयोजन को इलाके व संपूर्ण मिथिलांचल के लिए गौरवशाली पल बताते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यहां की संस्कृति को संरक्षित और सुरक्षित रखने के प्रति कृत संकल्पित है।
मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि गत छह दशक से अधिक समय से जन सहयोग से विद्यापति परिषद के सभी पदाधिकारियों ने इस आयोजन को कठिन दौर में भी जीवंत बनाएं रखा। मैं उनके प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं। पिछले 40 वर्षों से अधिक समय से विद्यापति समारोह से जुड़ा रहा हूं। इस आयोजन को व्यापकता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति कृतज्ञता जताई।
मंत्री ने कहा कि विद्यापति जी की भक्ति का उदाहरण विद्यापतिधाम की स्थापना काल से ही हैं। विद्यापति न केवल एक कवि साहित्यकार थे बल्कि बड़े समाज सुधारक थे। अपनी रचनाओं में सामाजिक मर्म और विषमताओ को उद्धत किया। अपनी रचनाओं के जरिए उन्होंने सामाजिक बुराईयों पर भी कुठाराघात किया था। कहा कि विद्यापति जी ने भी अपनी लेखनी के माध्यम से आज से छह सौ साल पहले ही बाल विवाह व शराब बंदी पर चिंता जाहिर की थी। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इन्हीं सब कुरीतियों को लेकर कानून बनाया है।सामाजिक सहयोग से ही इन कुरीतियों पर लगाम लग सकता हैं। मंत्री ने कहा कि विद्यापति जी के भक्ति भाव सभी के लिए प्रेरणा-श्रोत है। उन्होंने लोगों से महाकवि के आदर्शों को अपनाने की अपील करते हुए समाज एवं प्रदेश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
विद्यापतिधाम उगना महादेव मंदिर के पार्श्व स्थित विद्यापतिधाम रेलवे मैदान में आयोजित महोत्सव
को संबोधित करते हुए मंत्री विजय कुमार चौधरी ने महोत्सव के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन व कला संस्कृति युवा विभाग को धन्यवाद दिया। स्वागत भाषण के दौरान जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा ने कहा कि मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मुझे महाकवि विद्यापति जी के इस पावन स्थली पर काम करने का मौका मिला, आप लोग हमसे अधिक सौभाग्यशाली है कि आपका जन्म ही यहीं हुआ है। तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में मिथिला और मैथिली संस्कृति का झलक आपको देखने को मिलेगी।कार्यक्रम की सफलता को ले उन्होंने आगत अतिथियों और उपस्थित जनसमूह के प्रति जिला प्रशासन की ओर से अपनी कृतज्ञता जतायी।
इससे पूर्व गणमान्य अतिथियों ने महाकवि के तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। मैथिली स्वागत गान ‘ मंगल दिन आज है पाहुन… विद्यापति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मऊ बाजिदपुर दक्षिण की छात्राओं दीप्ति ठाकुर,संजना कुमारी, वर्षा कुमारी, वैष्णवी, गौरी, आस्था व जुली कुमारी ने तथा मंगलाचरण वागीश झा व विजय कुमार गिरि द्वारा प्रस्तुत किया गया। मौके पर नगर निगम आयुक्त कुमार देवेन्द्र प्रज्वल, वरीय उप समाहर्ता स्मिता झा,जिला संस्कृति पदाधिकारी जूली सिंह, डीपीआरओ विष्णुदेव मंडल, एसडीओ प्रियंका कुमारी, एसडीपीओ विवेक कुमार शर्मा, बीडीओ महताब अंसारी, पुलिस अंचल निरीक्षक नीरज कुमार तिवारी,थानाध्यक्ष फिरोज आलम, जिला बीस सूत्री सदस्य धीरेन्द्र कुमार सिंह, विद्यापति परिषद अध्यक्ष मुखिया दिनेश प्रसाद सिंह, शिक्षाविद भूपेंद्र नारायण सिंह आदि उपस्थित रहें। उद्घाटन सत्र का संचालन चर्चित उद्घोषक अनंत कुमार राय ने अपनी तारतम्य व ओजस्वी भाषा शैली से कर उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया। इससे पहले मंत्री व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने स्मारक चौक स्थित महाकवि की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।