इस बार का पटना पुस्तक मेला पद्मश्री उषा किरण खान व पद्मश्री शारदा सिन्हा पर होगा समर्पित, जानिए डिटेल
पटना.40 वर्षों से सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट. (सीआरडी) की ओर से आयोजित होनेवाला वाला पटना पुस्तक मेला इस बार छह से 17 दिसंबर तक गांधी मैदान में आयोजित होगा. इस बार की थीम ‘पेड़ पानी जिंदगी- पर्यावरण बदलो अभी’ है. इस बार इसे लोकगायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है. यह जानकारी सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने शनिवार को दी. इस बार पटना पुस्तक मेला में कार्यक्रमों का विशेष आकर्षण होगा.
सिनेमा-उनेमा, कला दीर्घा, जनसंवाद, नुक्कड़ नाटक, कलम, कविताई, किस्सागो, ओपन माइक, बच्चे जैसे कथा-कहानी, कैंपस, स्कूल उत्सव, सुर-संगीत आदि प्रमुख कार्यक्रम होंगे. देश के अनेक गणमान्य से बात हो रही है. प्रमुख रूप से इसमें चर्चित कथाकार-उपन्यासकार उदय प्रकाश, चर्चित व्यंग्यकार सुधीश पचौरी, चर्चित लेखक यतींद्र मिश्र, चर्चित लेखक पत्रकार अनंत विजय, चर्चित कवि-पत्रकार प्रताप सोमवंशी, चर्चित समीक्षक जय प्रकाश पांडेय, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी शाही शामिल होंगे.
कई चर्चित लोग होंगे शामिल साथ ही चर्चित कवि शंभु शिखर, चंदन द्विवेदी, कुमार रजत, अनिल विभाकर, विनय कुमार, निवेदिता, कुमार मुकुल, ध्रुव गुप्त, मुकेश प्रत्युष, अरविंद श्रीवास्तव, निखिल आनंद, नताशा, अंचित, उपांशु, उत्कर्ष, मैत्रीशरण, शहंशाह आलम, राजकिशोर राजन, राकेश रंजन, मुसाफिर बैठा, सुमन सिन्हा, चंद्रबिंद, समीर परिमल, रश्मि, गुंजन, संजय कुमार कुंदन, भावना शेखर, निखलेश्वर वर्मा, खुर्शीद अकबर, खुर्शीद आलम, काशिम खुर्शीद, प्रेम किरण, आराधना प्रसाद, नसीम अख्तर, सफदर इमाम कादरी, कृष्ण समिद्ध, अमलेंदु अस्थाना, नरेंद्र कुमार, अरविंद कुमार सिंह आदि शामिल होंगे. कथाकारों में कमलेश, शिवदयाल, उषा ओझा, राजन पाठक, अतुल, मुरली श्रीवास्तव, रमेश चंद्र, संतोष दीक्षित, हृषीकेश सुलभ, अवधेश प्रीत, मुहम्मद नूर, सगीर अहमद आद्फी आदि शामिल होंगे. हर दिन होगा कुछ खास : फिल्म फेस्टिवल के लिए एक सिनेमा हॉल निर्मित किया जायेगा. इसमें हर दिन फीचर फिल्म, शाॅर्ट फिल्म व वृतचित्र दिखाये जायेंगे. प्रत्येक दिन फिल्म के विविध विषयों पर संवाद होगा, जिसमें कलाकर व विशेषज्ञ भाग लेंगे. वहीं सिनेमा से जुड़े बिहार के प्रमुख लोगों को सम्मानित भी किया जायेगा.
कला दीर्घा में लगेगी प्रदर्शनी : इस बार भव्य कला दीर्घा का निर्माण होगा. इसमें युवा कलाकारों की प्रदर्शनी, बिहार के युवा लोक कलाकारों की प्रदर्शनी, वरिष्ठ कलाकारों की प्रदर्शनी व बिहार के पद्म पुरस्कार से सम्मानित कलाकारों की प्रदर्शनी लगेगी. कुछ विशिष्ट कलाकार सम्मानित भी होंगे. इस बार ””नुक्कड़ नाटक”” का आयोजन होगा. राग, रंगमार्च, सरगम आर्ट्स, निर्माण कला मंच, रंगश्रृष्टि, अभियान, द आर्ट मेकर, क्रिएशन, प्रेरणा और लोकमंच के कलाकारों द्वारा नया नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया जायेगा. प्रत्येक दिन कविताई, किस्सागो, शहर और देश के प्रमुख कवि कविताओं का पाठ करेंगे और प्रमुख कहानीकार कथा-अंश सुनायेंगे. वहीं विविध विषयों पर जन संवाद होगा. स्कूली बच्चों के कथा-कहानी कार्यक्रम देश के चर्चित किस्सागो डॉ कुमार विमलेंदु संचालित करेंगे. साथ ही बच्चों की कहानियों को पुस्तक की शक्ल दी जायेगी. इस बार ””ज्ञान-रोजगार”” कार्यक्रम होगा, इसमें राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान शामिल होंगे.