राज्य सरकार का बड़ा फैसला:जमीन अधिग्रहण को लेकर जमीन के दाम में सालाना 10% वृद्धि मानकर मुआवजा
पटना.बिहार में जमीन अधिग्रहण में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। हर साल जमीन के दाम में 10% बढ़ोतरी मान कर मुआवजा तय किया जाएगा। अब सड़क परियोजनाएं नहीं रुकेंगी। कैमूर जिले से इसकी शुरुआत की जा रही है। बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के लिए जमीन मालिकों को पहले से तय मुआवजा का चार गुना देने का निर्देश दिया गया है। आर्बिट्रेटर सह पटना प्रमंडलीय कमिश्नर ने कहा है कि भू-अर्जन वाले इलाके में बाजार मूल्य को अपडेट नहीं किया गया है।
एमवीआर को कई वर्षों से संशोधित नहीं किया गया है। चूंकि जमीन का दाम स्थिर नहीं होता है। ऐसे में सामान्यत: जमीन के बाजार मूल्य में हर वर्ष औसतन 10% की बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया जा सकता है। कैमूर के सक्षम प्राधिकार सह जिला भू अर्जन पदाधिकारी मौजा बेतरी में पहले से निर्धारित दर 16087 रुपए से बढ़ाकर प्रति डिसमिल 32174 रुपए, मौजा दुमदुम में पहले से निर्धारित दर 10470 रुपए से बढ़ाकर प्रति डिसमिल 20940 रुपए किया गया है।
ऐसा क्यों… राज्य में अभी 15 हजार करोड़ से अधिक की 75 बड़ी परियोजनाएं सिर्फ जमीन के कारण फंसी हुई हैं
अभी राज्य में 15 हजार करोड़ से ऊपर की लागत वाली प्रदेश में करीब 75 बड़ी परियोजनाएं जमीन अधिग्रहण में आ रही समस्या के कारण फंसी हुई हैं। राज्य की सबसे पुरानी सड़क जीटी रोड (स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना- मोहनिया से औरंगाबाद नेशनल हाइवे) को 6 लेन चौड़ा करने के लिए वर्ष 2011 से जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। यह अब तक पूरा नहीं हो पाया है। राज्य मे करीब दो दर्जन बड़े नेशनल हाइवे का निर्माण इसलिए धीमा है या शुरू नहीं हो पा रहा है क्योंकि राज्य के डीएम जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से नहीं कर पा रहे हैं। एनएचएआई के अधिकारी लगातार राज्य सरकार से अधिग्रहण तेज करने का आग्रह कर रहे हैं। यहां तक कि एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव मुख्य सचिव को पत्र लिख कर जमीन अधिग्रहण मामले में तेजी लाने का आग्रह कर चुके हैं।
एनएच की 2 दर्जन से अधिक ये परियोजनाएं अटकी/धीमी हैं
1. शेरपुर-दिघवारा 6 लेन ब्रिज
2. दीघा-सोनपुर 6 लेन ब्रिज
3. मोहनिया-औरंगाबाद हाइवे
4. बाकरपुर (सोनपुर)-मानिकपुर
5. आमस-शिवरामपुर
6. नया गांव-दिघवारा
7. सीवान-मशरख
8. बख्तियारपुर-रजौली
9. सोनपुर-मानिकपुर
10. मानिकपुर से साहेबगंज
11. दानापुर-बिहटा एलिवेटेड
12. साहेबगंज से अरेराज
13. औरंगाबाद-झारखंड बोर्डर
14. अरेराज से बेतिया
15. मेहरौना घाट-सिवान
16. मुजफ्फरपुर-साहेबगंज
17. मोहनिया-चौसा हाइवे
18. उमगांव-सहरसा हाइवे
19. चोरमा-बैरगनिया
20. बरबीघा-जमुई-बांका
21. भागलपुर-ढाका मोड़
22. परसरमा- बरियाही
23. उमगांव-भेजा
24. मांझी-गाजीपुर (यूपी)
25. सरवन-चकाई
26. दरभंगा-बनवारी पट्टी
बिहार सरकार की मंशा लोगों के साथ उचित न्याय करते हुए राज्य का विकास करना है। विकास में गति लाने वाली सड़क परियोजनाओं का तेजी से निर्माण पूरा कराना है। -अमृत लाल मीणा, मुख्य सचिव, बिहार.