स्मार्ट प्रीपेड मीटर का सर्वर 1 सप्ताह से फेल,18 लाख उपभोक्ता परेशान,भारी-भरकम बिल आने का डर सता रहा
पटना.राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर का सर्वर एक सप्ताह से फेल है। उपभाेक्ताओं काे अपने यहां बिजली खपत की जानकारी नहीं मिल पा रही है। इससे उन्हें एक मुश्त भारी-भरकम बिल आने का डर सता रहा है। पटना समेत राज्य के जिला मुख्यालयों में 18 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा है। इनमें से 5 लाख से अधिक उपभोक्ता पेसू क्षेत्र में है। इनको बिजली खपत और बैलेंस की जानकारी नहीं मिल रही है। बीते 28 नवंबर को सर्वर फेल हुआ था।
बता दें कि राज्य के शहरी मुख्यालयाें में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए साउथ बिहार और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियाें ने ईईएसएल से करार किया था। अभी ईईएसएल के नेतृत्व में ईडीएफ द्वारा पटना के उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है।
पुनाइचक निवासी मनोज कुमार ने कहा कि पर्व-त्याेहार का समय है, पैसाें का खर्च अधिक होता है। ऐसे में बिजली का भारी-भरकम बिल आने पर भुगतान करना मुश्किल होगा। कंकड़बाग के रवि कुमार ने कहा कि एक सप्ताह से स्मार्ट मीटर का सर्वर फेल है। बिजली खपत का पता नहीं चल रहा है। अचानक बिल जेनरेट होने के बाद पैसा डालना होगा। रिचार्ज नहीं करने पर बिजली काट दी जाएगी।
जब तक सर्वर ठीक नहीं होगा, तब तक नहीं कटेगी बिजली
बिजली कंपनी और ईडीएफ के वरीय अधिकारी बयान देने से बच रहे हैं। इसका कारण एक सप्ताह में सर्वर की मेंटेनेंस नहीं होना है। ईईएसएल के स्मार्ट प्रीपेड मीटर ऑपरेशन हेड सह चीफ जेनरल मैनेजर मनोज कुमार मोदी ने कहा कि सर्वर में तकनीकी गड़बड़ी आई है। कबतक सर्वर ठीक होगा, इसकी जानकारी उन्हाेंने नहीं दी। वहीं, बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक जबतक सर्वर ठीक नहीं होगा, तबतक बिजली नहीं कटेगी।
30 नवंबर तक सरकारी भवनों में स्मार्ट मीटर लगाने का टास्क
ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने एजेंसियों को 30 नवंबर तक सभी सरकारी भवनों में स्मार्ट मीटर लगाने का टास्क दिया है। साथ ही सभी स्मार्ट मीटरों में पुश बटन लगाने का निर्देश दिया है। वे सोमवार को बिजली कंपनी मुख्यालय में स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान सचिव ने एनसीसी और हाई प्रिंट नामक दो एजेंसियों को समय से काम पूरा नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियों को अपने एग्रीमेंट के अनुसार डीटी मीटर, फीडर मीटर और सभी सरकारी भवनों में स्मार्ट मीटर लगाना होगा। इसमें लापरवाही करने वाली एजेंसियों पर कार्रवाई होगी। बैठक में एसबीपीडीसीएल के एमडी महेंद्र कुमार, एनबीपीडीसीएल के एमडी डॉ. निलेश देवरे आदि माैजूद थे।