समस्तीपुर: अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मछली व्यवसाय की भूमिका अहम,सेमिनार का आयोजन
समस्तीपुर : विमेंस कॉलेज की एनसीसी इकाई द्वारा प्रधानाचार्या प्रो सुनीता सिन्हा की अध्यक्षता व एसीसी पदाधिकारी डॉ. नेहा कुमारी जायसवाल के निर्देशन में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. प्रधानाचार्या ने प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे इस योजना को देश के आर्थिक विकास के साथ-साथ किसानों के आर्थिक लाभ के लिए भी एक महत्वपूर्ण तथा सराहनीय कदम बताया. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मत्स्यपालन को बढ़ावा देने के लिए देने के लिए कम ब्याज दर पर लोन, सब्सिडी तथा कम कीमत पर अच्छी मछलियों के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मछली व्यवसाय भी अहम भूमिका निभा रहा है. आज ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्र के लोग मछली पालन से जुड़कर घर का खर्च चलाने के साथ रोजगार भी बढ़ा रहे हैं.
कृषि क्षेत्र की सहायक गतिविधियों जैसे पशुपालन, मछलीपालन, मधुमक्खी पालन आदि को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी भी देती है.
कृषि क्षेत्र की सहायक गतिविधियों जैसे पशुपालन, मछलीपालन, मधुमक्खी पालन आदि को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी भी देती है. एनसीसी पदाधिकारी ने कैडेट्स को कहा कि वे अपने आसपास के किसानों को मत्स्य पालन से होने वाले आर्थिक लाभों को बता कर उन्हें मत्स्य पालन के लिए प्रेरित कर सकते हैं. वही चौर विकास योजना के तहत कुल भूमि के 60 प्रतिशत में तालाब बनाना है.
शेष 40 प्रतिशत में तालाब के लिए निकाली गई मिट्टी को भर कर इसमें उद्यानिक फसलें लगानी हैं. इससे मछली उत्पादन के साथ ही फल, फूल और सब्जी का उत्पादन भी होगा. दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज और सीवान सहित उत्तर बिहार के जिलों में आर्द्रभूमि अधिक है. कैडेट्स रिया कुमारी, सिंधु कुमारी, साक्षी कुमारी, मनीषा, प्रिंसी, गूंजन, आदी कैडेट्स ने भी अपनी बातों को रखा.