Friday, November 22, 2024
Begusarai

कर्ज से तंग आकर युवक ने की थी आत्महत्या:बेगूसराय में पत्नी बोली- 5 लाख का था कर्ज

बगूसराय में कर्जदाता के तगादा से परेशान होकर एक युवक ने सोमवार को आत्महत्या कर लिया। घटना बलिया नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर-19 की है। मृतक मजदूर स्थानीय निवासी कैलाश पासवान का बेटा चंदन कुमार पासवान (35) है।कर्ज के तगादा से परेशान होकर आत्महत्या कर लिए जाने के बाद अब चंदन की पत्नी के सामने अपने तीन बच्चों के पालन पोषण की समस्या खड़ी हो गई है। पिता की मौत के बाद खुशी, अंकित और रितिक हर ओर आशा भरी नजरों से देख रहा है। मृतक की पत्नी ने कहा है कि पति कर्ज के कारण परेशान थे और उन पर 5 लाख का कर्ज था।

 

चंदन का घर बलिया नगर परिषद के शक्ति चौड़ा में ठीक मुख्य सड़क के किनारे है। घर को बाहर से ही देखकर कोई बाहरी भी कह सकता है कि कैसी गरीबी है। बताया जा रहा है कि चंदन काफी मिलनसार स्वभाव का था। वह नगर परिषद के ठेकेदार के यहां नल जल योजना में मरम्मत करने का काम करता था। ऐसे भी कोई उसे किसी काम से बुला लेता था तो मदद कर देता था।

 

पिता की तबीयत खराब होने के बाद लिया था कर्ज

 

गरीबी के बाद भी वह किसी का अहसान नहीं लेता था, बल्कि मुफ्त में काम कर देता था। पिछले साल पिता और पत्नी की तबीयत अधिक खराब हो गई तो उसमें करीब चार लाख रुपया का कर्ज हो गया था। भाई की शादी में भी उसे करीब एक लाख रुपए कर्ज लेना पड़ा था। कमाई इतनी नहीं थी कि परिवार और तीन बच्चों का पालन पोषण करने के अलावा पैसा बचता कि वह महाजन को लौटा पता।इधर, एक ओर कर्ज का सूद दिन दूना बढ़ रहा था, तो दूसरी ओर कर्ज देने वाले भी लगातार दबाव बना रहे थे। जिससे वह परेशान रहा करता था। रविवार को भी कर्ज देने वाले ने 2 दिन के अंदर पैसा लौटाने को कहा था। जिसके कारण वह काफी दबाव में था। रोज शाम में सड़क पर घूमता भी था। लेकिन रविवार की शाम वह करीब 7 बजे घर पहुंचा और फिर घूमने नहीं निकला।

 

लोग सोचे कि थक गया होगा। करीब 9:30 बजे खाना खाकर पानी भरे घर में लगे बिछावन पर सोने चला गया था। लेकिन किसी को यह कहां पता था कि सुनसान घर में रोज की तरह वह सोने नहीं गया है, बल्कि आज उसकी अंतिम रात है। पत्नी सरिता देवी की आंख के आंसू सूख चुके हैं, मांग का सिंदूर तो सोमवार को ही धुल गया। हालत ऐसी हुई कि मंगलवार तक वह किसी से बात भी नहीं कर पा रही थी।

 

कर्ज के कारण थे परेशान

 

सरिता ने बताया कि बहुत कर्ज हो गया था, कर्ज के टेंशन से परेशान थे। अधिक बारिश के कारण घर में पानी आ गया था, रहने की व्यवस्था सही नहीं थी। हमको कोई देखने वाला नहीं था। जिसके कारण काफी परेशान रह रहे थे, बोले थे की चार-पांच लाख कर्ज हो गए। देवर की शादी, ससुर के इलाज और मेरे इलाज में काफी खर्च हो जाने के कारण कर्ज हो गया था। हम पूछते भी थे तो कुछ नहीं बोलते थे। सिर्फ कहते थे बहुत कर्ज हो गया है। रात में खाना खाकर सोने चले गए थे। कहते थे बहुत टेंशन में हैं, पता नहीं क्या हुआ। सुबह में लेट तक नहीं उठने पर जब देखने गए तो कमरे में मरे हुए थे।

 

 

मृतक की पत्नी ने घटना को लेकर जानकारी दी है।

बहन रुबी ने बताया कि हम अपने छोटे भाई के बेटा के बर्थडे में 5 अक्टूबर को आए थे। मेरे भाई हमेशा कहते थे कि बहुत कर्ज हो गया है। पापा की तबीयत खराब हो गई, भाभी का तबीयत खराब रहता है। छोटे भाई की शादी की, तीन बच्चा है कैसे क्या करें, समझ नहीं आता है। घर में पानी आ गया, इससे भी परेशान थे। हम समझाते-बुझाते रहते थे।

 

रात में खाना खाकर सोने चले गए थे, सुबह में जब देखने गए तो पीला कलर के प्लास्टिक वाले रस्सी से फंदा लगाकर लटका हुआ था। रात में 9-10 बजे के बीच में सबके सामने ही खाना खाकर सोने चले गए थे। पता नहीं रात में क्या मन में आया कि ऐसा कर लिए। एक साल पहले पापा को हार्ट अटैक आया था, 15 दिन तक बेगूसराय के आईसीयू में रहे, उसी में कर्ज अधिक हो गया था।

 

फंदे से लटका मिला था शव

 

पिता कैलाश पासवान ने बताया कि चंदन कर्ज के कारण हमेशा टेंशन में रहता था। हम लोग उसे पूछते भी थे तो बताता नहीं था कि किससे और कितना कर्ज लिया। मुझे हार्ट की बिमारी है, जिसके कारण कुछ कहता नहीं था। रोज सवेरे उठकर काम में चला जाता था, सोमवार को सुबह जब 7 बजे तक नहीं उठा तो बहू को उठाने भेजे। वह गई फंदे से लटका देखा, उतार कर लोग अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टर मृत घोषित कर दिया।स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता चौधरी अफजल ने बताया कि कैलाश पासवान का लड़का चंदन नगर परिषद में ठेकेदार के पास नल जल योजना में प्राइवेट काम करता था। उस पर बहुत कर्ज हो गया था, जिससे के कारण फांसी लगा लिया। हम लोग रोज मिलते थे तो ऐसा कुछ नहीं लगता था। लेकिन किसी को यह नहीं पता था कि कर्ज से परेशान होकर वह आत्महत्या कर सकता है।

Kunal Gupta
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