समस्तीपुर में नदियों में नहीं होगा प्रतिमाओं का विसर्जन,कृत्रिम तालाब में होगा विसर्जन
समस्तीपुर : दुर्गापूजा के दृष्टिगत तैयारियों में जुटा निगम प्रशासन, कृत्रिम तालाब में होगा मूर्ति विसर्जन, निगम प्रशासन की ओर समाहरणालय सभाकक्ष में वार्ड सदस्य व पूजा कमेटी सदस्यों की बैठक आयोजित, पूजा कमेटी सदस्यों को मूर्ति विसर्जन के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन के बारे में दी गई जानकारी, सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी ) के निर्देशों के तहत नदियों में प्रतिमा विसर्जन प्रतिबंधित
समस्तीपुर : दुर्गा पूजा के दृष्टिगत निगम प्रशासन तैयारियों में जुटा है. शहरी क्षेत्र में दुर्गा पूजा विसर्जन मार्ग को दुरुस्त करने के साथ ही प्रतिमा विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाने का काम चल रहा है. शासन के निर्देश पर मूर्ति विसर्जन अधिनियम प्रभावी होने के बाद अब कोई भी पूजा समिति बूढ़ी गंडक समेत किसी नदी में मूर्ति का विसर्जन नहीं कर पायेगी. इस कारण निगम प्रशासन की ओर से शहरी क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी किनारे चिन्हित स्थलों पर अस्थाई कृत्रिम तालाब बनाने का काम चल रहा है. इसके अलावे पूजा पंडाल व वार्डों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सोमवार को नगर आयुक्त केडी प्रज्जवल की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में वार्ड सदस्य और दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई.
इसमें नगर आयुक्त ने पूजा कमेटी के सदस्यों नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन करते हुए पूजा कमेटी सदस्यों को नदियों में प्रतिमा विसर्जन करने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी ) के निर्देशों के तहत नदियों में प्रतिमा विसर्जन प्रतिबंधित है. इसको लेकर निगम प्रशासन की ओर से शहरी क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी किनारे चिन्हित स्थलों पर कृत्रिम तालाब बनाये जा रहे हैं. पूजा समिति कृत्रिम तालाब में प्रतिमा को विसर्जित करेंगे.
नगर आयुक्त ने कहा कि जल प्रदूषण नियंत्रण के लिए इसे लागू किया गया है. उन्होंने पूजा कमेटी सदस्यों को प्रतिमा में रासायनिक तत्वों का उपयोग न करने की सलाह दी. पूजा कमेटी के सदस्यों ने निगम प्रशासन को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. मथुरापुर घाट स्थित दुर्गा पूजा समिति के महेन्द्र प्रधान ने कहा कि नदी में प्रदूषण को लेकर दुर्गापूजा समितियां भी गंभीर है. वे नहीं चाहती की मूर्तियों के साथ खतरनाक रसायन जीवनदायिनी नदी में प्रदूषित करें और मनुष्य का जीवन खतरे में पड़े. यदि निगम प्रशासन प्रतिमा विसर्जन के लिए विकल्प देती है तो हम सभी पूजा समिति के सदस्य इसके लिए तैयार हैं. मौके पर मेयर अनिता राम, उप मेयर रामबालक पासवान, सदर अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार, नगर थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार समेत दर्जनों पूजा कमेटी के सदस्य, वार्ड सदस्य व सशक्त स्थाई समिति के सदस्य मौजूद रहे.
स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता का संदेश देने वाले पूजा पंडालों को मिलेगा पुरस्कार
निगम प्रशासन की ओर से दुर्गा पूजा के अवसर पर स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. शहरी क्षेत्र में पूजा पंडाल के अंदर स्वच्छता, संस्कार एवं साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था करने करने वाले पूजा समिति के सदस्यों को निगम प्रशासन की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा. स्वच्छता अभियान को देखते हुए निगम प्रशासन ने नई पहल की है. उक्त आशय की जानकारी नगर आयुक्त ने दी. नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम की टीम शहरी क्षेत्र में बने पूजा पंडालों में स्वच्छता की जांच करेगी. जिस पूजा पंडाल में साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था होगी. वैसे तीन पूजा कमेटी को चिन्हित कर पुरस्कृत किया जाएगा. उन्हाेंने बताया कि प्रथम स्थान पाने वाले को दस हजार, द्वितीय स्थान पाने वालों को पांच हजार और तृतीय स्थान पाने वाले को तीन हजार रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा. नगर आयुक्त ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा के अवसर पर विभाग के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है.
पूजा पंडालों में साफ-सफाई, अवशिष्ट का उचित प्रबंधन, डस्टबिन, दर्शन करने आने वाले महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग लाइन की व्यवस्था, सुरक्षा एवं लाइट की पर्याप्त व्यवस्था, पीने का साफ पानी की व्यवस्था करनी है. इसके अलावे पूजा कमेटियों को नगर निकाय क्षेत्र के प्रत्येक पूजा पंडालों में स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता से संबंधित बैनर पोस्टर अनिवार्य रुप से लगाना है. जो निगम प्रशासन से भी उपलब्ध हो सकता है. ताकि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके. इससे पूजा पंडालों में स्वच्छ पूजा अर्चना के साथ-साथ महिला- पुरुष में साफ सफाई के प्रति जागरूकता आएगी. इसके साथ ही पूजा पंडाल में आने वाले भक्तों को भी स्वच्छ पूजा अर्चना करने का मौका मिलेगा. प्रतिमा विसर्जन कृत्रिम तालाब में करना है. निगम प्रशासन की ओर से स्वच्छता का संदेश देने के समेत दस मानकों के आधार पर पंडालों का चयन किया जाएगा.