Thursday, November 7, 2024
Patna

माता सबकी…धर्म का कोई बंधन नहीं, कई जगह तो मुसलमान उठा रहे पूजा का जिम्मा

पटना.नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना धर्म और जाति से ऊपर उठकर होती है। मुस्लिम भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और सौहार्द की मिसाल पेश करते हैं। पटना के शिक्षाविद् गुरु रहमान 25 वर्षों से शारदीय नवरात्र कर रहे हैं। वे साल 1999 से लगातार कलश स्थापना कर मां दुर्गा की आराधना कर रहे हैं। इस दौरान केवल जल ग्रहण करते हैं। उन्होंने बताया कि किडनी सिकुड़ने की बीमारी थी। कई जगहों पर इलाज कराने के बाद भी ठीक नहीं हुई।

 

 

एक हिंदू मित्र ने नवरात्र करने के लिए कहा। नवरात्र करने लगे तो स्वास्थ्य में सुधार होने लगा। तब से बिल्कुल ठीक हैं। साल 2016 से जगत नारायण लाल पथ स्थित पूजा समिति में माता के शृंगार और सजावट का खर्च उठाते हैं। काजीपुर में पूजा में सहयोग करते हैं। दो स्थानों पर होने वाले माता के जागरण का पूरा खर्च भी उठाते हैं।

 

बक्सर : मुस्लिम के नाम पर दुर्गापूजा का लाइसेंस

 

बक्सर के नावानगर गांव के पड़ाव पोखरा की दुर्गापूजा समिति में हिंदू मां दुर्गा की पूजा करते हैं तो मुस्लिम के नाम पर इसका लाइसेंस है। यह परंपरा पिछले 63 वर्षों से चली आ रही है। श्री दुर्गापूजा समिति आैर छात्र कला परिषद पड़ाव पोखरा की स्थापना सन 1960 में भटौली गांव के शिवजी सिंह, लल्लू सिंह, विक्रमादित्य सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने की थी। उसका लाइसेंस निजाम मियां के नाम से बना था। तब से लेकर आजतक यह समिति हर दुर्गापूजा मनाती आ रही है। निजाम मियां का इंतकाल 10 वर्ष पहले हो गया। तब से लाइसेंस उनके पुत्र अमजद हुसैन उर्फ रिंटू मियां के नाम से बना है।

 

मुजफ्फरपुर : दो दशक से पूजा समिति के अध्यक्ष हैं शहजाद

 

मुजफ्फरपुर के देवरिया चौक की दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष पद पर दो दशकों से मुस्लिम समुदाय के शहजाद खान हैं। साल 2002 से अबतक शहजाद खान अध्यक्ष, सचिव-कोषाध्यक्ष श्याम चौधरी और कार्यकारिणी के सदस्य चंद्र प्रकाश, गणेश साह, दिलीप साह, संजय जायसवाल आदि हैं।

 

किशनगंज : विसर्जन में शामिल होते हैं मुस्लिम समुदाय के लोग

 

किशनगंज में हिंदू धर्म के लोगों के साथ मुस्लिम युवक भी कंधे से कंधा मिलाकर विसर्जन जुलूस में शामिल होते हैं। महाप्रसाद भी ग्रहण करते हैं। अधिवक्ता तनवीर आलम कहते हैं-लगभग 30 वर्षों से हम लोग इस पूजा में शिरकत करते हैं। मंदिर ही दो समुदाय का बॉर्डर है। एक तरफ हिंदू तो दूसरी तरफ मुस्लिम रहते हैं, लेकिन भाईचारा कायम है। यहां सजावट, पंडाल, डीजे और विसर्जन में मुस्लिम समुदाय की ज्यादा भागीदारी रहती है।

 

कटिहार : 21 वर्षों से क्लब के अध्यक्ष मंजूर खान

 

कटिहार के डहेरिया में पूजा का आयोजन एलडब्ल्यूसी क्लब करता है। 21 वर्षों से क्लब के अध्यक्ष मंजूर खान हैं। पूजा समिति के अध्यक्ष सह नगर निगम के उपमहापौर मंजूर खान का कहना है कि हम एक साथ पूजा कर भाईचारा और एकता का संदेश देते हैं। एलडब्ल्यूसी क्लब के सचिव संजय महतो ने कहा कि मंजूर खान पूजा में भरपूर सहयोग करते हैं। वे बड़े भाई की हैसियत से हर समस्या का निदान आगे बढ़कर निकालते हैं।

Kunal Gupta
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