आदिशक्ति के स्वरूप मां कूष्मांडा का पूजन कर भक्तों ने सुख समृद्धि की कामना की,जयकारे के बीच हुई मां की पूजा
समस्तीपुर: शारदीय नवरात्र के चौथे दिन रविवार को आदिशक्ति के स्वरूप मां कूष्मांडा का पूजन कर भक्तों ने सुख समृद्धि की कामना की. हाथ में पूजा की थाल लेकर आस्था के साथ श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे और माता के चरणों में अपनी चरणों में अपनी आस्था निवेदित कर आशीर्वाद प्राप्त किये. वहीं, कई श्रद्धालुओं ने घर पर ही पूजन-अर्चन कर मां की आरती उतारी. इस दौरान देवी गीतों व मा के जयकारों से वातावरण गूंजता रहा. पंडित रामाकांत ओझा ने बताया कि मान्यता है कि मां कुष्मांडा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं.
इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है. मां कुष्मांडा अत्यल्प सेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली हैं. यदि मनुष्य सच्चे हृदय से इनका शरणागत बन जाए तो फिर उसे अत्यंत सुगमता से परम पद की प्राप्ति हो सकती है. शारदीय नवरात्र को लेकर देवी मंदिर, पूजा पंडाल व घरों में जगह जगह कलश व प्रतिमा स्थापित कर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है. नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग शक्ति की उपासना में लीन है.
घर घर से उठ रही मा के जयकारों की ध्वनि से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है. शहर के बारह पत्थर मुहल्ला स्थित शिव दुर्गा काली मंदिर, स्टेडियम मार्केट, कचहरी परिसर, कर्पूरी बस पड़ाव, टुनटुनिया गुमटी स्थित काली पीठ, बहादुरपुर मोहल्ला स्थित पुरानी दुर्गा स्थान, शिव दुर्गा मंदिर, जितवारपुर हाउसिंग बोर्ड मैदान, काशीपुर चौक, छोटे लाल चौक, मथुरापुर घाट, दुधपुरा जेल चौक सहित विभिन्न पूजा पंडालों में माता की प्रतिमा व कलश स्थापित कर नवरात्र का अनुष्ठान किया जा रहा है.
पूजा पंडालों में संध्या आरती के लिए महिलाओं भीड़ उमड़ रही है. इधर, पूजा पंडालों में साज सज्जे का काम अंतिम चरण में है. मूर्तिकार प्रतिमाओं को जीवंत स्वरूप देने में जुटे हैं. जगह जगह सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन, मेला व खेल तमाशे के आयोजन की तैयारी चल रही है.