बिहार में 5 साल के दौरान 350 से अधिक नक्सली गिरफ्तार, 1200 से ज्यादा घातक हथियार बरामद
पटना.बिहार में 5 वर्षों के दौरान सुरक्षा बल ने 350 से अधिक नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इस दौरान एके 47, एके 56, मशीनगन सहित 1200 से अधिक घातक हथियार बरामद हुए। साथ ही 36 हजार से अधिक कारतूस, 2400 से अधिक डेटोनर्स जब्त किए गए।
सुरक्षा बलों ने छापेमारी के दौरान नक्सली पर्चे, पैसे, लैंडमाइंस सहित अन्य सामग्री बरामद की। इस दौरान अर्जुन कोड़ा, बालेश्वर कोड़ा, नागेश्वर कोड़ा, जगदीश कोड़ा, मतलू तुरी, बबलू संथाल, सुनील मरांडी, प्रमोद मिश्रा, मिथिलेश मेहता, विजय कुमार आर्य जैसे बड़े नक्सली को गिरफ्तार किया गया।
नक्सलियों की आय के स्रोत तबाह किए
नक्सलियों को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों ने उनकी आय के स्रोत को तबाह किया। जहानाबाद, गया, मुंगेर, औरंगाबाद, जमुई, कैमूर, नवादा, लखीसराय और रोहतास समेत दर्जनभर जिलों में 5 हजार से अधिक एकड़ में अफीम के पौधे जलाए। नक्सलियों का सहयोग करने वालों को भी चिह्नित कर गिरफ्तार किया। सुरक्षा बलों ने तरी, पचरुखिया, लौंगराही, नागोबार, सोनदाहा, कंचनपुर, चोरमारा, पैसरा, घटवारी, पीरी बाजार, करैली में ऑपरेशन बेस कैंप स्थापित किया। इससे नक्सलियों तक रसद पहुंचने का रास्ता ब्लॉक हो गया।
मुखबिर नेटवर्क को खत्म किया : नक्सलियों के सूचना तंत्र को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों ने 300 से अधिक मुखबिरों को गिरफ्तार किया। साथ में अपने मुखबिर नेटवर्क को मजबूत किया। मुखबिर की सुरक्षा, पहचान छुपाने के लिए अन्य सामग्री उन्हें उपलब्ध कराई।
128 गांवों में सड़क निर्माण कराया
सुरक्षा बल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जैसे साधन मुहैया करवा रहे हैं। ताकि लोग नक्सल प्रभाव से निकल सकें। एक वर्ष के दौरान जहानाबाद, गया सहित 14 जिलों में स्थित 232 गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा की व्यवस्था की गई है। 128 गांवों में सड़क का निर्माण कराया गया। जिससे लोगों की आवाजाही आसान हो सके।