समस्तीपुर :हसनपुर रेलवे स्टेशन रोड में 55 सालों से होती आ रही है माता के वैष्णवी स्वरूप की पूजा
समस्तीपुर :हसनपुर.प्रखंड के हसनपुर बाजार रेलवे स्टेशन रोड स्थित मंदिर वाली माता की महिमा की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। ऐसे तो सालों भर इस मंदिर में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा ही रहता है। लेकिन शारदीय नवरात्र में इस मंदिर में धार्मिक पराकाष्ठा और अधिक बढ़ जाती है। बताया जाता है कि पिछले 55 सालों से यहां माता दुर्गा के वैष्णवी स्वरूप की पूजा होती आ रही है। पहले यहां मंदिर में मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती थी। बाद में चलकर साल 1980 में बड़े उद्योगपति के सहयोग से पुरानी मंदिर की जगह नया मंदिर का निर्माण किया गया। मंदिर में माता दुर्गा, लक्ष्मी व सरस्वती के संगमरमर की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू की गई। तब से हर साल शारदीय नवरात्र में नवरात्र के पहले दिन से लेकर विजयादशमी तक इस मंदिर में उत्सवी माहौल बना रहता है।
इस मंदिर वाली माता की महिमा के बारे में लोगों के बीच एक विशेष ख्याति है। सप्तमी उपरांत अष्टमी को माता का पट खुलते ही माता के दर्शन व खोंइछा भरने के लिए महिलाओं की भीड़ जुटने लगती है। हसनपुर प्रखंड के अलावा बेगूसराय जिला के गढ़पुरा प्रखंड क्षेत्र से भी महिलाएं खोंइछा भरने के लिए आती हैं। विजयादशमी को महाआरती के बाद कलश विसर्जन किया जाता है। शारदीय नवरात्र में यह मंदिर परिसर आस्था का केंद्र बना रहता है।
30 सालों से मंदिर के पीछे रावण के पुतले का दहन करने की रही है परंपरा हसनपुर प्रखंड क्षेत्र में पहली बार रावण के पुतले का दहन इसी मंदिर के पीछे किया गया। दो-तीन सालों को छोड़ कर पिछले करीब 30 सालों से मंदिर के पीछे रावण के पुतले का दहन किया जाता है। रावण दहन कार्यक्रम को देखने के लिए हसनपुर के अलावा बिथान, गढ़पुरा, छौराही क्षेत्र से लोग पहुंचते हैं। ऐसे तो अब दूधपुरा व गोहा में भी रावण के पुतले का दहन किया जाता है। लेकिन हसनपुर रेलवे स्टेशन रोड स्थित दुर्गा मंदिर के पीछे रावण दहन कार्यक्रम की खास प्रसिद्धि है।