Good News :रक्सौल-काठमांडू रेललाइन की डीपीआर तैयार, जल्द ही नेपाल सरकार देगी मंजूरी
पटना.मुजफ्फरपुर.चंदन चौधरी|मुजफ्फरपुर रक्सौल-काठमांडू रेललाइन के लिए डीपीआर नेपाल सरकार को भेज दिया गया है। जल्द ही नेपाल सरकार डीपीआर का अध्ययन कर नई रेललाइन प्रोजेक्ट को मंजूरी देगी। यह जानकारी नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री रघुनाथ महासेठ ने ‘दैनिक भास्कर’ को दी। रविवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने गोला रोड पहुंचे थे। श्री महासेठ तीन जुलाई 2024 तक नेपाल के उप प्रधानमंत्री थे। उन्होंने बताया कि रक्सौल-काठमांडू के बीच ट्रेन परिचालन होने से दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूती मिलेगी। दोनों मुल्कों के लोग इस परियोजना को लेकर उत्साहित हैं। दोनों देशों के सहयोग से प्रोजेक्ट पूरा होगा।
नेपाल इस परियोजना को अपने बूते भी पूरा कर सकता है। कहा कि नेपाल के भौतिक अवसंरचना व परिवहन मंत्री के रूप में उन्होंने नेपाल से बसों का परिचालन भारत व बांग्लादेश के बीच शुरू कराया। नेपाल व भारत के लोग आपस में घुले-मिले हैं। दोनों देश का संबंध रामायण काल रहा से है। दोनों देशों के नेताओं के बीच मतभेद हो सकते हैं। लेकिन, लोगों के बीच घनिष्ठ संबंध कायम रहेगा। दोनों देशों की संस्कृति व पर्व-त्योहार एक हैं। यह हमें करीब लाती है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में नेपाल व भारत के रिश्ते में मजबूती आई है। दोनों मुल्क तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी नेपाल को बेहतर तरीके से समझ रहे हैं। उनसे कई बार मुलाकात हो चुकी है। पीएम मोदी नेपाल को लेकर बेहद सकारात्मक हैं। केपी शर्मा ओली के शासन काल में नेपाल के विदेश मंत्री रहे रघुवीर महासेठ बताते हैं कि उनके देश की विदेश नीति पूरी तरह स्वतंत्र है। भारत व चीन इसके अच्छे पड़ोसी हैं। दोनों मुल्क विश्व की बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहे हैं। भारत व चीन की आबादी करीब 150 करोड़ है। चीन का किसी तरह का दखल नेपाल में नहीं है। चीन की नेपाल में दखल देने की बात सरासर झूठी है। दोनों मुल्क नेपाल के लिए समान हैं, बल्कि भारत व नेपाल के लोग एक-दूसरे के बेहद करीब हैं।
नेपाल के सिंचाई मंत्री के रूप में उन्होंने नेपाल से बिहार में आने वाली नदियों के सिलसिले में भारत सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत की है। नेपाल से आने वाली नदियों से बिहार में सिंचाई होती है। मानसून के दौरान आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों को सकारात्मक पहल करनी होगी। दक्षिण एशिया में उथल-पुथल का दौर समाप्त हो चुका है। फिलहाल, बांग्लादेश व श्रीलंका में शांति बहाल हो चुकी है। श्रीलंका की नई सरकार से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। 62 वर्षीय सांसद श्री महासेठ फिलहाल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूएमएल के केंद्रीय सचिव हैं।