Friday, December 27, 2024
Patna

भागपुर, खगड़िया, पूर्णिया और कोसी इलाके में दिखने लगे गरुड़,बिहार में 600 से अधिक.

 

पटना.पक्षीराज गरुड़ बिहार की धरती पर फल-फूल रहा है। गरुड़ों की आबादी भागलपुर में तेजी से बढ़ रही है। इस साल मार्च में इनके 129 घोंसलों में करीब 180 अंडे दिखे थे। जुलाई तक करीब 173 बच्चे सुरक्षित रह गए। पहले से भागलपुर में 600 गरुड़ हैं और अन्य 173 इस साल की जुलाई तक व्यस्क हो गए हैं।

फिलहाल गरुड़ों की गिनती शुरू है। पिछले आैर इस साल को मिलाकर गरुड़ों की संख्या 773 से अधिक होने की उम्मीद है। यानी कि इनकी संख्या 25 फीसदी तक बढ़ी है। भागलपुर, खगड़िया, पूर्णिया, मधेपुरा और कोसी इलाके में गरुड़ पक्षियों का निवास है। भागलपुर की कदवा पंचायत में हर साल करीब 80 फीसदी गरुड़ के बच्चे व्यस्क होते हैं।

बेहतर संरक्षण के कारण संख्या बढ़ी

बेहतर सरंक्षण के कारण बिहार में गरुड़ की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इनकी प्रजनन दर 90 फीसदी है। भागलपुर के पास गंगा व कोसी के संगम स्थल पर देश के सारे स्टोर्क प्रजाति के पक्षियों का प्रजनन होता है। इनमें बड़ा गरुड़, छोटा गरुड़, लौह सारंग, लगलग जांघिल तथा घोंघिल शामिल हैं। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा इनके घोसलों की देख-रेख के लिए कर्मी तैनात किए जाते हैं।

जानिए कैसे होगा पक्षियों का सर्वे

पक्षी विशेषज्ञ अरविंद मिश्रा ने बताया कि वन विभाग व इंडियन बर्ड कंजर्वेशन नेटवर्क द्वारा गरुड़ों का सर्वे दूरबीन से किया जाता है। 90% गरुड़ पक्षी पीपल, कदम और सेमल के पेड़ पर निवास करते हैं। 10 प्रतिशत गरुड़ अन्य बड़े पेड़ पर घोसला बनाते हैं। घोसले में वृद्धि हुई है। आने वाली सर्वे रिपोर्ट में गरुड़ पक्षी की संख्या बिहार में 600 से अधिक होगी।

maahi Patel
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