Thursday, November 21, 2024
Bhagalpur

2 साल के अंदर बिहार के इस निर्माणाधीन पुल का 3 बार ढह चुका है स्ट्रक्चर

 

भागलपुर.बता दें कि 10 साल बीत जाने के बाद भी 3.160 किलोमीटर लंबा पुल नहीं बन सका है। हर बार पुल के गिरने के बाद समयसीमा बढ़ी दी जा रही है। पहले इस पुल को 2024 के अंत तक पूरा किया जाना था। लेकिन अब इसका टारगेट 2026 तक कर दिया गया है। लेकिन जैसी स्थिति निर्माण को लेकर बन रही है, 2026 तक में पूरा होने की संभावना नहीं दिख रही है। बता दें कि सुल्तानगंज-अगवानी घाट के बीच बनने वाले पुल के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फरवरी, 2014 को आधारशिला रखी थी।

 

 

10 साल बाद भी इस पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सका। हालांकि प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक, सुल्तानगंज की ओर पहुंच पथ का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। जब विभाग से दिशा निर्देश मिलेगा तो पुल का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। खगड़िया की ओर ज्यादातर काम हो गया है। सुल्तानगंज की ओर ही ज्यादा हिस्सा निर्माण के लिए बचा हुआ है। गंगा नदी पर अर्धनिर्मित क्षतिग्रस्त सुल्तानगंज-अगुवानी फोरलेन पुल। बता दें कि 1710 करोड़ रुपए की लागत से सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का निर्माण 2015 में शुरू हुआ। इसे 2019 में पूरा करना था। लेकिन समय बढ़ते-बढ़ते 2022 आ गया। इस दौरान 27 अप्रैल, 2022 को निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। तेज आंधी और बारिश में करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर नदी में गिर गया था।

 

 

इसके बाद जब दोबारा काम शुरू हुआ तो चार जून, 2023 को सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का सुपर स्ट्रक्चर गिर गया था। उस समय अगुवानी की ओर पुल के पाया नंबर 10, 11, 12 के ऊपर का करीब 200 मीटर का सुपर स्ट्रक्चर गिर गया था। इसके बाद लंबे समय तक काम बंद रहा। इस दौरान तय हुआ कि गिरे हुए हिस्से के निर्माण पर आनेवाले खर्च को निर्माण एजेंसी वहन करेगी। इसके बाद काम शुरू हुआ तो इस साल 17, अगस्त को फिर उसी जगह का कुछ हिस्सा गिरकर नदी में समा गया। इसके बाद से अब तक काम शुरू नहीं हो सका है। ऐसी स्थिति में पुल का प्रोजेक्ट अटक गया है। सिटी रिपोर्टर|भागलपुर गंगा नदी पर अर्धनिर्मित क्षतिग्रस्त सुल्तानगंज-अगुवानी फोरलेन पुल का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका है।

 

 

दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी निर्माण की दिशा में पहल नहीं हो रही है। बार-बार पुल के गिरने की वजह से उसकी डिजाइन में बदलाव करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए चार तरह की डिजाइन बनाई गई है, जिसमें से एक पर सहमति बन गई है। इसमें अब स्टील और कंक्रीट को मिलाकर पुल का निर्माण किया जाना है। लेकिन अब तक इसकी स्वीकृति नहीं मिल सकी है। पुल निर्माण निगम मुख्यालय से आदेश मिलने का इंतजार कर रहे हैं, वहां से दिशा-निर्देश के बाद ही निर्माण शुरू हो पाएगा। जबकि अब बाढ़ का पानी भी घटने लगा है और निर्माण शुरू करने के लिए एजेंसी से लेकर पुल निगम ने भी तैयारी कर ली है। साथ ही इस माह के अंत तक केंद्रीय स्तर पर जांच टीम आने वाली है। टीम आकर स्थल की जांच करेगी। फिर जब टीम रिपोर्ट सौपेंगी, तब इसके बाद इस दिशा में पहल होने की संभावना है।

Kunal Gupta
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