50 लाख जुर्माना, फिर भी अमृत भारत स्टेशन का काम धीमा, बिहार के सबौर में 35 फीसद काम बाकी
पटना.भागलपुर.अमृत भारत का काम समय से पीछे चल रहा है। डीआरएम कार्यालय से काम की धीमी प्रगति पर 50 लाख का जुर्माना भी एजेंसियों पर लगाया गया, फिर भी स्थिति नहीं सुधरी। पिछले साल पीएम ने इसका शिलान्यास किया था। जिले के चार रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास हो रहा है। इनमें सबौर, सुल्तानगंज, पीरपैंती व कहलगांव हैं।
सबौर स्टेशन का मॉडल सिल्क सिटी को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। स्टेशन ड्राइंग का लेआउट रेशम के धागे की तरह बताया जा रहा है। जिस तरह से रेशम का धागा लहरता है ठीक वैसे ही स्टेशन की बिल्डिंग तैयार की जा रही है। बाकी मंजूषा पेंटिंग, जोड़ा महादेव मंदिर की छाप भी सबौर में दिखेगी।यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखकर 12 मीटर चौड़ा फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। गतिशक्ति यूनिट के सहायक अभियंता रणवीर कुमार सिंह ने बताया कि भागलपुर और सिल्क व्यवसाय को देखते हुए सबौर को तैयार किया जा रहा है। दूसरी तरफ नाथनगर सिल्क के लिए प्रमुख स्थान है, लेकिन इसे उपेक्षित रखा गया है।
इन स्टेशनों पर अबतक अधूरा है अमृत भारत योजना का काम
सबौर स्टेशन में पुनर्विकास अगस्त में समाप्त होना था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसके चलते तत्कालीन डीआरएम विकास चौबे ने कार्य एजेंसी पर 50 लाख का जुर्माना लगाया था। दो चरणों में किया जा रहा है।सुल्तानगंज स्टेशन में भी यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए काम कराया जा रहा है। यहां का लुक अजगैबीनाथ धाम की तर्ज पर तैयार किया गया है। अब निर्माण दिसंबर तक पूरा करने की बात है। पीरपैंती स्टेशन में पहुंच पथ सड़क का कार्य अधूरा है। प्लेटफार्म एक पर स्क्रीन व दो नंबर प्लेटफार्म के बाहर ड्रेनेज का काम भी अधूरा है।
नाथनगर और सबौर स्टेशन में रुकने वाली ट्रेनें
नाथनगर स्टेशन से 06 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें जिनमें 15554 जयनगर-भागलपुर एक्सप्रेस, 13402 इंटरसिटी व 13032 जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस का ठहराव होता है। लोकल ट्रेनों में जमालपुर-देवघर, जमालपुर-साहिबगंज, जमालपुर-भागलपुर सहित 12 ट्रेनें अप-डाउन में नाथनगर में रुकती हैं। सबौर स्टेशन में 13023 हावड़ा-गया एक्सप्रेस, 13409 किऊल इंटरसिटी, 13031 हावड़ा-जयनगर एक्सप्रेस, 13483/13413 फरक्का एक्सप्रेस सहित साहिबगंज-जमालपुर, धुलियान गंगा, रामपुरहाट-गया सहित 5 ट्रेनें रुकती हैं।
योजना के दूसरे चरण में भी नहीं जुड़ सका नाथनगर
सबौर स्टेशन को सिल्क सिटी और बुनकरों को ध्यान में रखकर जीर्णोद्धार किया जा रहा है, लेकिन रेशम उद्योग व बुनकरों के महत्वपूर्ण स्थान नाथनगर को दूसरे चरण में भी रेलवे की अमृत भारत योजना से बाहर रखा गया है। रोजाना 11 सौ यात्रियों (फुटफाल) वाले सबौर स्टेशन का रेलवे 19 करोड़ से विकास करा रहा है। नाथनगर में दो हजार यात्रियों का फुटफाल रोज होता है, उसके लिए एक रुपए भी रेलवे खर्च नहीं कर रहा है।कुछ काम अलग से जोड़े गए हैं इसलिए समय पर काम पूरा नहीं हुआ है। दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। नाथनगर के बारे में जानकारी नहीं है। – रणवीर कुमार सिंह, सहायक अभियंता, गतिशक्ति यूनिट