फर्जी शिक्षक बहाली में समस्तीपुर में 2 प्रिंसिपल,एक दलाल गिरफ्तार:कई फर्जी टीचर घर से ही बना रहे हाजिरी
समस्तीपुर में फर्जी शिक्षक बहाली मामले में जांच कमेटी ने एक्शन लिया है। पूछताछ के बाद दो स्कूलों के हेड मास्टर और एक दलाल को पुलिस को सौंप दिया गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.गिरफ्तार हेडमास्टरों में प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर के एचएम दिलीप राम और प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया के एचएम अविनाश कुमार टंडन शामिल हैं। वहीं, दलाल परवेज आलम को भी नगर थाने की पुलिस ले गई। सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया में ही हुआ है।
वहीं, दूसरी तरफ गिरफ्तारी के डर से फरार फर्जी शिक्षक बिहार सरकार के शिक्षा पोर्टल पर घर से ही रोज हाजिरी बना रहे हैं। ये कौन-कौन हैं, ये क्लियर नहीं है। जिसे मामला और भी गंभीर हो गया है। मामले में विभूतिपुर बीईओ को पहले ही निलंबित कर दिया गया है।
प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तम में शिक्षिका रंजना कुमारी फर्जी शिक्षिका बताई गई है। इसके अलावा इस स्कूल में शिक्षिका निकहत परवीन और तनुजा कुमारी पर अभी जांच चल रही है, ये लोग संदिग्ध है। इसी स्कूल में सबसे पहले फर्जीवाड़े के बारे में पता चला था।शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के आदेश पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णदेव महतो ने प्राथमिकी दर्ज कराई। जांच शुरू हुई। मामला संज्ञान में आने पर पूर्व डीएम योगेंद्र सिंह ने कमेटी बनाई।
वहीं, प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया में दो शिक्षिका शिल्पी कुमारी, कंचन कुमारी और एक शिक्षक सुधांशु कुमार संदिग्ध है। जिस पर जांच चल रही है।मध्य विद्यालय समर्था के शिक्षक अमरजीत कुमार और पंकज कुमार साहू। प्राथमिक विद्यालय शिशबन्नी के इंदु कुमारी। प्राथमिक विद्यालय आलमपुर मुसहरी की ममता कुमारी। प्राथमिक उर्दू विद्यालय आलमपुर की हेना परवीन। प्राथमिक विद्यालय तरुणिया की सोमी कुमारी। प्राथमिक विद्यालय सैदपुर की नेहा कुमारी। प्राथमिक विद्यालय समर्था पोखरा के सुशील कुमार साह। प्राथमिक विद्यालय बलहा-2 की बेबी कुमारी, समीदा खातून।
प्राथमिक विद्यालय बड़कुरबा मुरिया स्थान की मंजू कुमारी। उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोदरिया के राजीव कुमार, प्राथमिक विद्यालय संगराहा खैराज की पिंकी कुमारी, अभिषेक कुमार। प्राथमिक विद्यालय कामा स्थान सिरसी की नेहा कुमारी व अन्य.दरअसल समस्तीपुर में BPSC से चयनित अभ्यर्थियों की जगह फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मियों की माने तो काउंसिलिंग के दौरान हेराफेरी कर फर्जी बहाली की गई है।
मामला सामने आने के बाद DM योगेंद्र सिंह ने 4 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। कमेटी में शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी को शामिल नहीं किया गया है। इसके साथ ही विभूतिपुर प्रखंड के BEO और 3 विद्यालयों के प्रिंसिपल से शो-कॉज पूछा गया था।
फर्जी तरीके से बहाल 12 शिक्षक फरार
विभूतिपुर प्रखंड के पीएस धोबी टोल में नियुक्त शिक्षिका का रोल नंबर-आईडी और एमएस कापन स्कूल में नियुक्त शिक्षिका के रोल नंबर-आईडी से मैच करता है। इसकी जानकारी जिला शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को मिली। इसके बाद कार्रवाई शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि जिले में फर्जी तरीके से बहाल 12 शिक्षक फरार हैं.