Monday, December 23, 2024
Begusarai

बच्चे का सिर काटने वाला आरोपी करता था तंत्र-मंत्र, दलसिंहसराय में पढ़ता था छात्र,सिर धड़ से अलग कर हंस रहा था

बेगूसराय में शनिवार को दूसरी कक्षा के बच्चे का सिर धड़ से अलग करने वाले आरोपी ने अब तक पुलिस के सामने मुंह नहीं खोला है। आरोपी की पत्नी का कहना है कि ‘पति हमेशा तंत्र-मंत्र किया करता था। 4 साल पहले वह किसी को बिना ‎बताए घर से चला गया था और 4 महीने ‎पहले गांव लौटा। इसके बाद से वह हमेशा ‎घर में बंद रहता था और जब भी बाहर निकलता है तो हाथ में गंड़ासी लेकर। शनिवार को वो काले कपड़े पहनता था, जबकि बाकी दिन गेरुआ वस्त्र।’

 

 

साठा पंचायत के बरकुरबा वार्ड नंबर 7 में हुई इस घटना के बारे में ग्रामीणों का कहना है कि ‘आरोपी विजय (35) ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में अंकुश (12) की बलि दी है। लोगों ने जब विजय को पकड़ा तो उसने गड़ासा भांजना शुरू कर दिया। वह हंस भी रहा था‌। 2-4 थप्पड़ लगे तो वह पूरी तरह से शांत हो गया।’विजय को लोगों ने गंड़ासे से खून को साफ करते पकड़ा था। इधर, मृतक के अंतिम संस्कार के बाद से पिता गुमसुम हो गए हैं। मां रो-रोकर बेहोश हो जा रही है। पड़ोस की महिलाएं उसे संभाल रही हैं।

 

 

बच्चे का सिर और धड़ दोनों अलग-अलग मिला था।

12 साल के बच्चे की हत्या के पीछे की वजह जानने भास्कर ग्राउंड पर पहुंचा और मामले की पूरी पड़ताल की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

 

मां के हाथ का बना खाना भी नहीं खाता था आरोपी

अंकुश दलसिंहसराय स्थित एक निजी‎ विद्यालय में दूसरी क्लास में पढ़ता था। अंकुश ‎तीन भाई-बहन में सबसे बड़ा था। छोटा‎ भाई अंश और बहन रितिका है। इधर, ग्रामीणों का कहना है कि ‘करीब 4 महीना पहले विजय जब लंबे समय के बाद घर वापस आया तो वह अपनी मां के हाथ का बना खाना भी नहीं खाता था। वह मां से ही दाल, चावल, सब्जी लेता और अलग खाना बनाता था।’

 

 

सास ने मारपीट की तो रहने लगी मायके

 

आरोपी की पत्नी गूंजा देवी ने बताया कि ‘करीब 13 साल पहले उसकी शादी विजय महतो से हुई थी। विजय अपने ननिहाल बरकुरवा में ही नाना की जमीन पर बस गया था। वह यहीं रहता था। 11 साल पहले बेटी साक्षी और 8 साल पहले बेटा अभिषेक का जन्म हुआ। इसी दौरान विजय तंत्र-मंत्र करने लगा। 4 साल पहले वह किसी को बिना कुछ बताए घर से भागा गया।’गूंजा देवी ने कहा कि ‘सिर पर 3 लाख का कर्ज था और मैं खुद बीमार हो गई। उसने एक कट्ठा जमीन चार लाख में बेचकर कर्ज चुकाया। इसके साथ ही अपना इलाज कराया। इसके बाद सास के साथ ही बगैर पति के रह रही थी। ससुर बिलट महतो भी कहीं बाहर पूजा-पाठ ही करते हैं। पति का कुछ पता नहीं चल रहा था। 2 साल पहले सास ने मारपीट किया तो ससुराल से दोनों बच्चों को लेकर अपने मायके बहुआरा आ गई और तब से यही रह रही हूं।’

 

 

4 महीने पहले जब उसे पता चला कि पति विजय गांव आया है तो कुछ रिश्तेदार समझौता करने गए भी। लेकिन विजय ने सबको काट देने की धमकी देकर वहां से भगा दिया। गूंजा देवी, आरोपी की पत्नी।मृतक अंकुश की मां रीना देवी ने बताया कि ‘हमने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा है। मेरे पति गांव में ही काम धंधा और खेती कर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। परिवार चला रहे हैं। लेकिन उसने निर्दयता पूर्वक मेरे लाल का गला काट दिया। विजय पागल नहीं है, वह तंत्र-मंत्र भी करता है।’

 

 

मेरे परिवार पर पिछले साल भी तंत्र-मंत्र का साया पड़ा था। मेरे घर पर अचानक ढेर सारी सूई, सिंदूर और पूजा का सामान बिखरा मिला था। मुझे न्याय मिलना चाहिए। मेरे बेटे के हत्यारे को फांसी की सजा हो। -रीना देवी, मृतक अंकुश की मां।

 

 

देवी शक्ति को खुश करने के लिए नर बलि दी

 

नाम ना छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ‘विजय तंत्र-मंत्र करता था। उसने देवी शक्ति को खुश करने के लिए नर बलि दी है। उसकी मां गाजिया देवी भी तंत्र-मंत्र से जुड़ी थी। ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार को आरोपी को जिन-जिन लोगों ने पीटा था, उनमें किसी का हाथ टूट गया तो किसी के हाथ पैर फूल गए। किसी के सिर में दर्द है तो कोई पेट दर्द से परेशान है। इसके डर से कोई इस मामले पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं।’

 

बिस्कुट देने के बहाने पास बुलाया था बच्चे को

हत्या के प्रत्यक्षदर्शी, अंकुश के छोटे भाई अंश ने बताया कि ‘भैया ताड़ का फल बोरा में जमा कर खेल रहा था। मैं उसे बुलाने गया था। तभी विजय आया, बिस्कुट लेकर दिखाया और कहा कि तुम्हारे पापा ने बिस्कुट दिया है, चलो। जब भैया उसके पास गया तो विजय ने उसे पकड़ कर पेड़ में बांध दिया और पहले मुक्का-मुक्का पेट में मारा। उसके बाद गड़ासा से गला काट दिया। मैं दौड़कर परवल के खेत के नीचे छिप गया।’ग्रामीणों ने बताया कि ‘घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ में से किसी ने पुलिस को घटना की सूचना दी। आक्रोशित लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई करने लगे। इसी बीच घटनास्थल पर पुलिस पहुंच गई और लोगों से आरोपी को छुड़ाने का प्रयास करने लगी। लेकिन आक्रोशित लोग उसे छोड़ने को तैयार नहीं थे।’

 

लोगों का कहना था कि इसे ऑन स्पॉट सजा देंगे। इस दौरान पुलिस ने उसे हिरासत में लेने की कोशिश की, लेकिन लोग उसे पीटते रहे। मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद अमीनुद्दीन, सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद अकरम, मनोज साहनी आदि स्थानीय लोगों ने भीड़ के चंगुल से छुड़ाया तब जाकर पुलिस आरोपी को अपने कब्जे में ले सकी।

 

तंत्र मंत्र के चक्कर में हत्या की बात सामने आई है

इधर, थानाध्यक्ष रोहित कुमार गुप्ता ने कहा कि ‘घटना में प्रयुक्त गड़ासा बरामद कर लिया गया है। आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। लेकिन वो कुछ बोल नहीं रहा है। वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार सोमवार को जेल भेजने सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार आरोपी की मां को भी ढूंढ़ रहे हैं, लेकिन वह मिल नहीं रही है। तंत्र-मंत्र के चक्कर में हत्या की बात सामने आई है। अभी छानबीन चल रही है।’

Kunal Gupta
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