बिहार भ्रमण पर निकलेंगे तेजस्वी यादव, RJD कार्यकर्ताओं में भरेंगे ऊर्जा,समस्तीपुर से करेंगे शुरुआत,जानिए कार्यक्रम…
पटना.बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव फिर एकबार बिहार भ्रमण पर निकलने वाले हैं. 10 सितंबर से कार्यकर्ता आभार यात्रा पर तेजस्वी निकलने वाले हैं. बिहार राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस यात्रा के बारे में जानकारी दी है. पहले चरण के विभिन्न जिलों में आयोजित की जाने वाली कार्यकर्ता आभार यात्रा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. पहले चरण का आभार कार्यक्रम 10 से 17 सितंबर तक चलेगा.
कार्यकर्ता संवाद में क्या होगा?
आभार यात्रा के लिए क्षेत्रवार कार्यकर्ताओं के संवाद कार्यक्रम तय किए गए हैं.राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं से संगठन की मजबूती पर सुझाव लिए जाएंगे. कार्यकर्ता संवाद में बाहर के जिलों के कोई भी नेता और कार्यकर्ता शामिल नहीं होंगे.
तेजस्वी यादव का क्या है कार्यक्रम…
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कार्यक्रम की सूचना सभी जिलों में भेज दी गयी है. कार्यक्रम के अनुसार, 10 सितंबर को समस्तीपुर का कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम टाउन हॉल में मोरवा, सराय रंजन, मोहिद्दीन नगर, उजियारपुर व विभूतिपुर विधानसभा के नेता और कार्यकर्ता और 11 सितंबर को वहीं पर समस्तीपुर, रोसड़ा, कल्याधपुर, वारिसनगर और हसनपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता शामिल होंगे. इसके अलावा अन्य जगहों पर भी कार्यक्रम होंगे. उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव की इस यात्रा का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को प्रेरित करना और केंद्र और राज्य की एनडीए सरकार के जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जनमत तैयार करना है.
भाजपा ने साधा निशाना, उपमुख्यमंत्री ने तंज कसा
इधर, भाजपा ने तेजस्वी यादव पर बिहार भ्रमण कार्यक्रम को लेकर निशाना साधा है. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि राजद के युवराज प्रदेश के पर्यटन पर निकलने वाले हैं. चुनाव प्रचार से इतर आज तक उनका एक भी दौरा हो नहीं पाया, इसलिए वे शायद एक सधे हुए पर्यटक की तरह अनुकूल मौसम की राह देख रहे हैं.
महागठबंधन को भी घेरा
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी आज की पीढ़ी के होने के बावजूद अपने पिता की तरह ही विद्वेष की राजनीति को बढ़ावा देने में जुटे हैं. उनके गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस या वामपंथी पार्टियां भी इनके ‘स्लीपिंग पार्टनर’ बनकर उसे हवा दे रहे हैं. खुलेआम जाति और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले इन लोगों को बीच-बीच में सबको साथ लेकर चलने का सपना आता है. उन्होंने कहा कि जिनके राज में जाति और धर्म पूछकर गाली और गोली का विकल्प दिया जाता था वो लोग बिहार की जनता की सुध क्या लेंगे? बिहार की जनता भी यह नहीं भूली है.