11 हजार रुपए घूस लेते धराए दारोगा सुमन झा,टाइटल सूट में 144 की रिपोर्ट करने के एवज में ले रहे थे घुस
मुजफ्फरपुर.सिवाईपट्टी थाने के दारोगा सुमन जी झा को बुधवार की रात करीब 8 बजे विजिलेंस टीम ने 11 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। पट्टीदार से चल रहे टाइटल सूट में 144 की रिपोर्ट करने के एवज में दारोगा ने 11 हजार की रिश्वत की डिमांड की थी। बनघारा चौक पर टेंगराही के पवन कुमार से रिश्वत लेते टीम ने उन्हें दबोचा। देर रात टीम दारोगा को लेकर पटना रवाना हो गई। गुरुवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में दारोगा को जेल भेजा जाएगा। सिवार्ईपट्टी के पहले सुमन जी झा एसकेएमसीएच ओपी प्रभारी व पानापुर ओपी समेत कई स्थानों पर तैनात रह चुके हैं।
विजिलेंस के मुताबिक, टेंगराही के बैजू प्रसाद व रघुनाथ प्रसाद में टाइटल सूट चल रहा है। बैजू प्रसाद के पुत्र पवन कुमार दारोगा सुमन जी झा के पास लगातार 144 की रिपोर्ट करने के लिए थाने में दौड़ रहे थे। 14 अगस्त को दारोगा ने पवन ने 144 की रिपोर्ट करने के लिए 11 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। पवन ने विजिलेंस हेड क्वार्टर में इसकी शिकायत की। शिकायत के बाद विजिलेंस मुख्यालय ने जांच में मामला सत्य पाया। विजिलेंस के डीएसपी अरुणोदय पांडेय, डीएसपी सत्येंद्र राम, डीएसपी राजन सिंह, डीएसपी श्याम बाबू प्रसाद, इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार जायसवाल व इंस्पेक्टर देवीलाल श्रीवास्तव की टीम बनाई गई।
मंगलवार से ही टीम मुजफ्फरपुर से लेकर सिवाईपट्टी में जमी थी। बुधवार को मुजफ्फरपुर शहर में रहने की वजह से रात में सुमन जी झा बनघारा पहुंचे। सिविल ड्रेस में पान दुकान के बगल में ले जाकर पवन ने जैसे ही 11 हजार रुपए दिए, विजिलेंस टीम ने रंगेहाथ पकड़ लिया। एसकेएमसीएच ओपी में लंबे समय तक तत्कालीन प्रभारी सुमन जी झा पदस्थापित रहे थे। 21 दिसंबर 2020 को अतिक्रमण खाली कराने के दौरान चाय बेचने वाली महिला से सुमन जी झा की बकझक हो गई थी। इसके बाद महिला ने प्रभारी के चेहरे पर खौलती हुई चाय फेंक दी थी। अचानक हुए हमले से वह गिर गए। एसकेएमसीएच से इलाज के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था। 9 अगस्त 2024 को आरोपी एसआई के खिलाफ में पीड़ित ने पटना निगरानी ब्यूरो ने शिकायत दर्ज कराई। टीम ने जांच में शिकायत को सत्य पाया और फिर योजनाबद्ध तरीके से आरोपी की घेराबंदी की गई।