समस्तीपुर में पोल्ट्री फॉर्म कारोबारी की हत्या,गोली मारकर खेत में फेंका शव, लोगो ने किया हंगामा
समस्तीपुर में पोल्ट्री फॉर्म कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई हमरने के बाद बदमाशों ने कारोबारी के हाथ पैर और गले की हड्डी तोड़ दी। मृतक की पहचान राजेश कुमार सिंह(45) के रूप में हुई है। अपराधियों ने राजेश को सिर और हाथ में चार गोली मारी है।घटना शनिवार की रात ला हलई थाना क्षेत्र के रारियाही गांव की है। रविवार को आक्रोशित परिजनों और गांव वालों ने समस्तीपुर-पटना मार्ग को जाम कर दिया और जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
घटना के संबंध में मृतक के चचेरे भाई संजीत कुमार सिंह ने बताया कि उनके ‘राजेश रोजाना की तरह रात करीब 9 बजे खाना खाने के बाद घर से करीब 100 मीटर दूर पोल्ट्री फॉर्म पर सोने के लिए जा रहे थे।संजीत ने बताया कि पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। हाथ पैर और गले की हड्डी तोड़ने के बाद चार गोली मारकर हत्या कर दी गई। लाश को खेत में फेंक दिया।
सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
परिवार को काफी देर बाद मामले की जानकारी मिली। परिवार के लोग उन्हें उठाकर पटना के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्थानीय शव लेकर रविवार सुबह समस्तीपुर पहुंचे।मुर्गी फार्म कारोबारी की मौत की सूचना इलाके में आग की तरफ फैल गई । आक्रोशित लोगों ने समस्तीपुर-पटना सड़क को जाम कर दिया। जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
2 संदिग्ध हिरासत में लिए गए
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि इस मामले में दो संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। जमीन विवाद में हत्या की आशंका जताई जा रही है।वारदात के बाद रोते-बिलखते परिजन। घर वालों का कहना है कि राजेश रोज रात को मुर्गा फार्म में ही सोने जाया करता था।
जमीन विवाद में हत्या की आशंका
जमीन विवाद में हत्या की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, अभी परिवार के लोग खुलकर कुछ नहीं बता पा रहे हैं। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है। सड़क जाम कर रहे हैं लोगों का कहना है कि पिछले सप्ताह ही वनबीरा के मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।एक सप्ताह के अंदर इस इलाके में दूसरी हत्या की घटना हुई है। लोगों का कहना है कि पुलिस जल्द से जल्द बदमाशों को गिरफ्तार करें। साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भी दिया जाए।