पटना में नगर निगम बना रही 4 ‘लू कैफे’:पुरानी गाड़ियों को फैब्रीकेट कर किया जा रहा तैयार
पटना नगर निगम की पुरानी गाड़ियों को फैब्रिकेट कराकर लू कैफे बनाया जा रहा है। 4 गाड़ियों को लू कैफे में कन्वर्ट किया जाएगा। एक कैफे एयर कंडीशनर होगी, बाकी नॉर्मल रहेगी। सभी गाड़ियों के रूफ टॉप पर सोलर प्लेट लगा रहेगा।
अगले महीने शुरू हो जाएगा चारों लू कैफे
नगर निगम के नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि यह कैफे चलंत रहेगी। इससे यह फायदा होगा कि इस कैफे को अलग-अलग मकसद से आवश्यकता अनुसार इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि कहीं बड़ी मीटिंग, कार्यक्रम, रैली, सभा, समारोह, आदि है, तो इसे वहां मूव करा दिया जाएगा। कोशिश है कि इसी महीने इन चारों कैफे के काम को पूरा कर लिया जाए। अगले महीने से इसकी शुरुआत हो जाएगी। इसका देख-रेख स्वछंगिनी की महिलाओं द्वारा किया जाएगा।
पहले 6 जगहों पर तैयार किया जाना था
पहले लू कैफे शहर के 6 जगहों पर तैयार किया जाना था। इसके लिए राजा बाजार में 2, कंकड़बाग में 2 और एग्जिबिशन रोड में दो जगहों को चिन्हित किया गया था। हालांकि, इन जगहों पर फ्लाईओवर के नीचे अन्य सौंदर्यीकरण के काम के कारण इस योजना को ड्रॉप कर दिया गया। इस वजह से कोई खाली एरिया नहीं दिख पाया, जहां इस कैफे को बनाना सही लगे।
क्या होता है लू कैफे
‘लू’ एक ब्रिटिश टर्म है, जिसका मतलब टॉयलेट होता है। लू कैफे एक विशेष थीम की तरह है। जहां एक तरफ कैफेटेरिया और दूसरी तरफ मॉर्डन टॉयलेट होता है।
नगर निगम की ओर से शहर के प्रमुख और भीड़-भाड़ वाले जगहों पर आम लोगों के लिए एक ऐसा कॉर्नर तैयार किया जा रहा है, जहां न सिर्फ आकर्षक ढंग से तैयार कैफे में खाने पीने का लुफ्त उठा सकते हैं। बल्कि वहां आधुनिक और मॉर्डन तकनीक के टॉयलेट की भी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।