2 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित:बेगूसराय की सड़कों पर 5 फीट तक पानी, पलायन करने के लिए मजबूर लोग
बेगूसराय.गंगा नदी के जलस्तर में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसके कारण बेगूसराय के सात प्रखंडों में इस सीजन में तीसरी बार स्थिति विकराल हो गई। बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के दियारा क्षेत्र में 2 लाख से अधिक आबादी प्रभावित हुई है। लोग पलायन कर रहे हैं। बाढ़ के कारण सड़कों पर 3 से 5 फीट तक पानी बह रहा है।किसानों के फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गए है। गरीबों के सामने भोजन का संकट हो गया है। पशुपालकों के सामने पशु चारा की बड़ी परेशानी सामने आ गई है। जिले के बछवाड़ा, तेघरा, बरौनी, मटिहानी, शाम्हो, बलिया और साहेबपुर कमाल के दियारा क्षेत्र में बसे लोग काफी परेशान हैं।
सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से भंग
सबसे अधिक परेशानी चमथा, शाम्हो, मटिहानी और बलिया के दियारा में बसे लोगों को है। शाम्हो प्रखंड की पूरी आबादी का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। इन जगहों पर आवाजाही का एकमात्र सहारा नाव ही बच्चा है। बछवाड़ा प्रखंड के दियारा के पांच पंचायत दादुपुर, बिशनपुर, चमथा-एक, चमथा-दो और चमथा-तीन पूरी तरह पानी में डूब चुका है।
बाढ़ के पानी से गुजरते लोग
दियारा के पांच पंचायत को जोड़ने वाली पहुंच पथ पर 3 से 5 फीट तक पानी रहने के कारण आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। बढ़ते जल स्तर के कारण किसान मवेशी के साथ पलायन करना शुरू कर चुके हैं। प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र चमथा समेत विभिन्न केंद्रों के चारों ओर 5-6 फीट पानी है।डीएम तुषार सिंगला ने गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हुए क्षेत्र मटिहानी और शाम्हो प्रखंड का दौरा किया। मटिहानी के बीडीओ व सीओ को जल स्तर बढ़ने वाले क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही पशुपालन पदाधिकारी, पंचायत सचिव, बीपीआरओ और कार्यक्रम पदाधिकारी को आपदा राहत से जुड़ी सारी तैयारी करने के लिए निर्देश दिया है।
जल जमाव का डीएम ने किया निरीक्षण
देर शाम डीएम ने सूर्यगढ़ा से शाम्हो प्रखंड की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर हुए जल जमाव का निरीक्षण किया। जल जमाव के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। इसे देखते हुए डीएम ने एसडीओ, डीएसपी, बीडीओ और सीओ को वर्तमान स्थिति की सतत निगरानी करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बढ़े हुए जल स्तर के कारण पशुधन की क्षति या किसी भी प्रकार का कोई हादसा नहीं हो।
पशुओं के लिए चारा की व्यवस्था करने का भी निर्देश
संबंधित पदाधिकारियों को क्षेत्र में सामुदायिक किचन और पशुओं के लिए चारा की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है। प्रखंड और अंचल के सभी पदाधिकारी को प्रखंड मुख्यालय में रहने व विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा जिले के सभी विभागों के पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने विभाग के किए जाने वाले राहत कार्यों का स्वयं मॉनिटरिंग करें।