MBA स्टूडेंट यशी सिंह अपहरण मामले की CBI करेगी जांच:2 साल पहले कॉलेज से निकली अब-तक नहीं पहुंची घर
मुजफ्फरपुर की एमबीए छात्रा यशी सिंह अपहरण कांड मामले में हाईकोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है। कोर्ट ने यशी सिंह केस की जांच का जिम्मा सीआईडी से लेते हुए सीबीआई को सौंप दिया है। अब इस केस की जांच सीबीआई करेगी। मालूम हो कि साल 2022 में युवती का अपहरण हुआ था।
23 वर्षीय यशी सिंह एलएन मिश्रा कॉलेज की एमबीए की फर्स्ट सेमेस्टर की छात्रा थी। वो कॉलेज जाने के लिए निकली थी। लेकिन, अब-तक घर नहीं पहुंची है। उसके पिता संजय कुमार (55) लखीसराय निवासी है। वह राइट्स में इंजीनियर के पद पर है। उसकी मां रश्मि सिंह एम.ए की पढ़ाई कर गृहिणी का काम करती है।
यशी का एक छोटा भाई है, जो मुजफ्फरपुर में नाना नानी के साथ रहकर 9 वीं की पढ़ाई करता है। नाना राम प्रसाद राय साहेबगंज कॉलेज के एक्स प्रिंसिपल है। नानी LNT कॉलेज की प्रोफेसर थी। उसके मामा मधुबनी के जज है।
यशी सिंह का 2 साल पहले अपहरण हुआ था।
यशी की पूरी पढ़ाई-लिखाई नाना नानी के साथ रहकर मुजफ्फरपुर शहर में हुई है। वह नाना नानी के घर से पांच सौ मीटर दूर LN मिश्रा कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रही थी।उसका भाई भी नाना के पास ही रहकर पढ़ाई करता है।
2 साल पहले दर्ज हुआ था एफआइईआर
यशी साल 2022 के 12 दिसंबर को घर से कॉलेज में परीक्षा देने के लिए निकली हुई थी। उस दिन सुबह 9 बजे के बाद से वह गायब है। जानकारी के अनुसार वह कॉलेज नहीं पहुंची।रास्ते से ही गायब हो गई थी। देर शाम को जब यशी घर नही पहुंची, तो उसके नाना ने सदर थाना के पुलिस को सूचना दी। उसकी नातिन सुबह से लापता है। उसके नाना ने 16 दिसंबर 2022 को सदर में एफआईआर दर्ज करवाया। पुलिस को बताया कि उसकी नातिन का किसी व्यक्ति ने गलत नीयत से अपहरण कर लिया गया है। अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। पुलिस ने एफआइईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी ।
यशी की मां रश्मि सिंह ने निराश होकर कहा है कि मेरी बेटी का अपहरण जब हुआ ,था तो बिहार पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर पाई। सीआईडी को जांच करने को दिया गया ।दो साल होने वाला है। लेकिन, उन्होंने भी कुछ नहीं किया है। इस मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। अब देखना होगा कि सीबीआई इस मामले की क्या करती है।