Monday, September 23, 2024
Muzaffarpur

ई-कॉमर्स कंपनी गोग्रीन अपेरल बिहार में लगाएगी यूनिट:यहां के कपड़े कई देशों में जाएंगे,मिलेगा रोजगार

मुजफ्फरपुर.बेला औद्याेगिक क्षेत्र में तैयार रेडिमेड कपड़े अब यूराेप समेत दर्जनभर देशाें में निर्यात होगी। इसके लिए देश की टॉप ई-काॅमर्स कंपनियों में शुमार गाेग्रीन अपेरल लिमिटेड (पूर्व में पर्ल ग्लाेबल इंडस्ट्रीज) बेला औद्योगिक क्षेत्र में अपनी यूनिट लगाएगी। अब तक ई-काॅमर्स कंपनियां यहां अपना वेयरहाउस व डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर संचालित करती रही हैं। लेकिन, गाेग्रीन अपेरल लिमिटेड पहली ई- काॅमर्स कंपनी होगी, जो अपना प्राेडक्शन सेंटर बेला में खाेलेगी।

 

 

बिहार औद्याेगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार यानी बियाडा की ओर से बीते दिनाें आयाेजित प्राेजेक्ट क्लीयरेंस कमेटी की बैठक में कंपनी काे यूनिट खाेलने के लिए 1 लाख 83 हजार वर्ग फीट एरिया आवंटित की गई है। कंपनी काे यह जगह प्लग एंड प्ले के शेड में मिली है। इससे कंपनी काे इंफ्रास्ट्रक्चर केनिर्माण पर लगने वाला समय व रुपए की भी बचत हाेगी। साथ ही दाे आवासीय क्वार्टर भी साैंपा गया है। दाेनाें क्वार्टर कुल 4416 वर्ग फीट एरिया में है। बियाडा के अधिकारी ने बताया कि पर्ल ग्लाेबल इंडस्ट्रीज ने बेला में यूनिट लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। बाद में कंपनी का नाम बदल गया। केंद्रीय काॅरपोरेट मंत्रालय से नए नाम पर मुहर लगने के बाद कंपनी काे शेड का आवंटन हुआ है। कंपनी अब गाेग्रीन अपेरल लिमिटेड के नाम से बेला में यूनिट खाेलेगी।

 

दुनिया भर में कंपनी चला रही है यूनिट और डिजायन केंद्र

 

बेला में यूनिट खालने वाली कंपनी भारत के सबसे बड़े सूचीबद्ध परिधान निर्यातकों में से एक है। बियाडा के एरिया इंचार्ज आलाेक रंजन ने बताया कि कंपनी की यूनिट लगने से यहां सैकड़ाें लाेगाें काे राेजगार मिलेगा। कंपनी काे मुख्यालय के स्तर से जगह आवंटित हाे चुकी है। यह कंपनी एक विश्वव्यापी वस्त्र निर्माण निगम है। इस कंपनी के भारत के गुड़गांव, चेन्नई और बेंगलुरु के अलावा इंडोनेशिया, बांग्लादेश, वियतनाम सहित 4 देशों में 21 अत्याधुनिक विनिर्माण यूनिट हैं। अमेरिका, स्पेन, हांगकांग और यूके में इसके डिजाइन केंद्र हैं। इसके अलावा यूके और यूएस में वेयरहाउसिंग और वितरण नेटवर्क के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर फैशन उद्योग के लिए आपूर्ति शृंखला समाधान भी प्रदान करती है।

 

बेला में अभी चल रही है टेक्सटाइल्स और बैग की 50 यूनिट

बेला औद्याेगिक क्षेत्र बैग निर्माण में कीर्तिमान कायम करने के बाद अब टेक्सटाइल्स सेक्टर में उतर चुकी है। यहां कई बड़ी कंपनियां शर्ट, ट्राउजर, टीशर्ट के अलावा होजियरी के कपड़े तैयार कर रही है। कपड़ाें पर प्रिंटिंग की भी सुविधा बेला में उपलब्ध हाे गई है। सूतापट्टी से लेकर बड़े-बड़े माॅल में टेक्सटाइल्स क्लस्टर से रेडिमेड कपड़े भेजे जा रहे हैं। बैग व कपड़ाें के लिए पांच हजार सिलाई मशीनें राेजाना चलती हैं। एक साथ बैग व टेक्सटाइल्स क्लस्टर में करीब 8000 हजार लोग काम कर रहे हैं। बैग व टेक्सटाइल्स क्लस्टर में 50 यूनिट कार्यरत है। एक साल पूर्व पटना व काेलकाता से बैग व कपड़ा मंगवाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि अब बेला का रुख कर रहे हैं।

Pragati
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