14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक समस्तीपुर में स्वच्छता को लेकर चलेगा विशेष अभियान
समस्तीपुर : मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में स्वच्छता ही सेवा 2024 के सफल आयोजन को लेकर जिला व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की उन्मुखीकरण कार्यशाला हुई. 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस विशेष अभियान के अंतर्गत स्वच्छता से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. अध्यक्षता प्रभारी जिलाधिकारी अजय कुमार तिवारी ने की.
स्वच्छता ही सेवा 2024 तीन स्तंभों जन भागीदारी, व्यापक स्वच्छता अभियान और सफाई कर्मचारियों के लिए विशेष शिविर पर आधारित है. प्रत्येक श्रेणी के अंतर्गत अलग-अलग गतिविधियां की जाएंगी. कार्यशाला में बताया गया कि जन भागीदारी के तहत एक पेड़ मां के नाम, जागरूकता के लिए स्वयं समूह जुटाना, स्वच्छता संवाद, स्कूल संचालित गतिविधियां,दीवार लेखन प्रतियोगिता तथा स्वच्छता के लिए अन्य जागरूकता बढ़ाने वाली गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. इसी प्रकार गंगा तेरा पानी अमृत, एक दिन स्वच्छता के नाम एवं तीन दिन एक गांव जैसी गतिविधियों का भी आयोजन करवाया जाएगा.
इसी प्रकार सामूहिक स्वच्छता अभियान के तहत पंचायत भवन, व्यापारिक एवं बाजार क्षेत्रों, शैक्षणिक संस्थान, पर्यटन स्थलों आदि में सामूहिक स्वच्छता गतिविधियां आयोजित की जाएगी. कार्यशाला में बताया गया कि सफाई मित्रों के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिसके अंतर्गत सफाई कर्मियों का मुक्त स्वास्थ्य जांच करवाया जाएगा एवं उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें इन योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु उप विकास आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. उप विकास आयुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को इस योजना को विकेन्द्रित तरीके से क्रियान्वित करने तथा नेतृत्व की भूमिका निभाने का निर्देश दिया. इसी प्रकार सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को इस अभियान की सफलता के लिए सीडीपीओ, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक और ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने और अभियान की निगरानी के लिए नियमित बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया गया. मौके पर जिला समन्वयक(स्वच्छता),जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रभारी जनसंपर्क पदाधिकारी एवं अन्य वरीय पदाधिकारी सभा कक्ष में मौजूद थे. वहीं सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यशाला में जुड़े थे.