रेप-हत्या के आरोप में प्रदर्शन,समस्तीपुर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, 1 महिला समेत 6 हिरासत में;नाबालिग की मिली थी लाश
समस्तीपुर में गुरुवार को नाबालिग लड़की (14) से रेप और हत्या के विरोध पर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 6 लोग घायल हुए हैं। वहीं, एक महिला समेत 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है। दरअसल, तीन दिन पहले शोभन गांव में एक नाबालिग की लाश मिली थी। गांव के लोगों का कहना है कि उसकी रेप के बाद हत्या कर दी गई है।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि लड़की की हत्या में पुल निर्माण से जुड़े ठेकेदार और मजदूरों का हाथ है। इसके बावजूद पुलिस इस मामले में अब-तक कोई कार्रवाई नहीं की है। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने शहर के हॉस्पिटल गोलंबर के पास सड़क जाम कर दिया।
लोग दोषियों को फांसी देने की मांग पर अड़े थे। जिसके बाद पुलिस उन्हें समझाने पहुंची थी। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग नहीं माने। जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग किया। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक रेप की पुष्टि नहीं हुई है।
रात 2 बजे घर से गायब हुई थी लड़की
प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि जितवारपुर राजघाट के पास पुल का निर्माण चल रहा है। तीन दिन पहले एक लड़की रात के करीब 2 बजे घर से गायब हो गई। लड़की मंद बुद्धि बताई जा रही है। लोगों का आरोप है कि लड़की को पुल निर्माण कंपनी के रास्ते जाते देखा गया था। उसे रात में दो-तीन कर्मी खदेड़ते हुए भी दिखे गए थे। लोगों को शक है कि नाबालिग से रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई और फिर उसके शव को बूढी गंडक नदी में फेंक दिया गया।
बता दें कि लड़की का शव खानपुर थाना क्षेत्र के शोभन गांव के पास मिला था। पुलिस ने शव को जब्त कर सदर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया है। आरोप है कि घटना के तीन दिन बीतने के बाद भी अब-तक पुल निर्माण से जुड़े किसी भी कर्मी या ठेकेदार से पूछताछ नहीं की गई है। किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया गया है।
इस कारण लोगों में आक्रोश बढ़ गया। गांव के लोग बैनर लेकर दोषी को फांसी देने और मुफस्सिल थाना अध्यक्ष पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। इसी को लेकर पूरे शहर में विरोध मार्च निकाला गया और हॉस्पिटल गोलंबर को जाम कर दिया। जाम के कारण सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई ।
पुलिस पदाधिकारी के समझाने पर भी नहीं माने लोग
इसके बाद सूचना पर ASP संजय पांडे के साथ सदर SDO दिलीप कुमार मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा बूझकर सड़क जाम समाप्त करने का प्रयास किया बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद बलपूर्वक लोगों को सड़क से हटाकर यातायात को बहाल किया गया।
हालांकि, इस दौरान मुफस्सिल थाना अध्यक्ष ने परिवार के लोगों से कई बार लिखित बयान लेने का प्रयास किया, लेकिन परिवार के लोगों ने अब तक लिखित आवेदन अथवा बयान नहीं दिया गया है। गांव के कुछ लोगों ने सड़क को जाम कर विधि व्यवस्था को प्रभावित किया। झूठा अफवाह फैलाया गया। सड़क जाम कर रहे लोगों को हटाकर सड़क जाम समाप्त कराया गया है। इस मामले में अलग से प्राथमिक की दर्ज कराई जाएगी।