अपराधियों को सलाखों तक पहुंचानेवाली डिटेक्टिव डॉगी माला पुरस्कृत होगी
पटना.पूरे बिहार में चर्चित पारू कांड (5 लाेगाें ने मिल कर छात्रा काे मार डाला था) समेत कई अन्य मामलों में अपराधियों काे सलाखों तक पहुचाने वाली डिटेक्टिव डॉगी माला काे पुरस्कृत किया जाएगा। मुजफ्फरपुर पुलिस ने उसे पुरस्कृत करने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। डॉगी माला एक साल पहले मुजफ्फरपुर डॉग स्क्वैड टीम में शामिल हुर्ई। यहां अभी इसका जलवा है। मुजफ्फरपुर के पहले पटना में पोस्टेड थी। वहां भी कई महत्वपूर्ण कांडों में सुराग ढूंढ कर पुलिस की मदद की थी।
डॉगी माला की उम्र 5 साल है। यह 12 साल की उम्र तक यानी अभी 7 साल पुलिस काे सहयोगी कर सकती है। मुजफ्फरपुर में इसका सबसे बड़ा योगदान पारू कांड के खुलासे में रहा है। पारू में छात्रा की डेडबॉडी मिलने के बाद सनसनी फैल गई थी। 11 अगस्त की रात छात्रा की हत्या कर डेडबॉडी तालाब में फेंक दी गई थी। वरीय अधिकारियों के आदेश पर डिटेक्टिव डॉगी माला काे 13 अगस्त को घटनास्थल पर ले जाया गया। घटनास्थल पर छूटे हत्यारे संजय राय की चप्पल को सूंघ कर करीब डेढ़ किलोमीटर चलते हुए डॉगी माला उसके घर पहुंच गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद जिस रास्ते से संजय भागा था उसे भी ट्रैक की। संजय के घर से घटना में इस्तेमाल खुरपी और खून से लथपथ कपड़े मिले।
उसी सुराग के जरिए पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर मुख्य आरोपित संजय राय को गिरफ्तार किया था। डॉगी माला के हैंडलर पंकज महथा बताते हैं कि इसके अलावा कई अन्य घटनाओं के खुलासे में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
यूट्यूबर हत्याकांड में गमछा सूंघ अपराधी के घर पहुंची थी, जयप्रकाश हत्याकांड में भी निभा चुकी है भूमिका
केस- 1 : तुर्की थाने के छाजन गांव में जुलाई के अंतिम सप्ताह में 23 वर्षीय यूट्यूबर गौरव कुमार की हत्या कर शव पेड़ से लटका दिया गया था। जांच के लिए पुलिस और एफएसएल के अलावा डॉग स्क्वैड को भी ले जाया गया था। डिटेक्टिव डॉगी माला घटना में इस्तेमाल गमछे को सूंघकर अपराधियों के घर पहुंच गई थी। मृतक के परिजन ने भी नामजद आरोपित के खिलाफ तुर्की थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। हालांकि, डॉगी के सुराग देने के बाद भी तुर्की पुलिस आज तक नामजद आरोपित काे नहीं पकड़ पाई है।
केस- 2 : सदर थाने की सहजानंद कॉलोनी में हुए जयप्रकाश हत्याकांड में भी डॉगी माला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिस कमरे में हत्या हुई थी, वहां तक तो नहीं, लेकिन रास्ते दिखाते हुए घर का सुराग ढूंढ़ लिया था। उसी सुराग के बल पर पुलिस ने घर को चिह्नित कर सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की पहचान की थी। प्रेमिका के ममेरे भाई को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में पूरा खुलासा हुअा। दो दिन पूर्व प्रेमिका ने भी सरेंडर किया था।