बोधगया में थाईलैंड से अधिक श्रद्धालु आते है,गया से 15 अक्टूबर से शुरू होगी थाईलैंड की दैनिक फ्लाइट
पटना :गया एयरपोर्ट सूबे का इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जहां डोमेस्टिक से अधिक इंटरनेशनल उड़ानें ऑपरेट की जाती हैं। 15 अक्टूबर से थाई एयरवेज इंटरनेशनल उड़ान लैंड करने के साथ गया एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल फ्लाइटों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। गया एयरपोर्ट से म्यांमार, भूटान व थाईलैंड के लिए सीधी विमान सेवा शुरू होगी व हनोई वियतनाम के लिए चार्टर्ड फ्लाइट शुरू होगी। थाईलैंड के लिए अब तक चार विमानन कंपनियां एयर एशिया, थाई एयरवेज इंटरनेशनल, भूटान एयरलाइंस व ड्रूक एयरवेज ने अपने उड़ानों के शेड्यूल की घोषणा की है।
बोधगया में थाईलैंड से अधिक श्रद्धालु आते हैं। श्रीलंका के लिए भी सीधी विमान सेवा शुरू होने की संभावना है।
म्यांमार एयरवेज इंटरनेशनल भी यंगून-गया-यंगून की शेड्यूल फ्लाइट शुरू करेगा। इसके अलावा म्यांमार नेशनल एयरलाइंस भी अपनी सेवा शुरू करने जा रही है। वियतनाम हनोई के लिए चार्टर्ड फ्लाइट निर्धारित है। अक्टूबर से गया एयरपोर्ट पर कई देशों के चार्टर्ड उड़ानें भी आएंगी।
उड़ानों में थाईलैंड को प्राथमिकता गया एयरपोर्ट से थाईलैंड की उड़ानों को प्राथमिकता दी गई है। एयर एशिया, थाई एयरवेज इंटरनेशनल, भूटान एयरलाइंस व ड्रूक एयरवेज ने बैंकाक के लिए शेड्यूल जारी की गई है। थाई एयरवेज इंटरनेशनल की दैनिक उड़ानें हैं, जो 15 अक्टूबर से 29 मार्च 2025 तक जारी रहेगी। बैंकाक से 10ः55 पर टेक ऑफ करेगी व गया 12ः40 पर लैंड करेगी। वापसी 13ः40 पर होगी। एयर एशिया की उड़ानें 27 अक्टूर से शुरू होंगी। 26 मार्च तक यह उड़ान बुधवार, शुक्रवार व रविवार को होगा। भूटान एयरलाइंस की उड़ान 15 नवंबर से शुरू होगी।
चार्टर्ड फ्लाइट्स भी उतरेंगे विभिन्न देशों के विमानन कंपनियों ने शेड्यूल फ्लाइट्स की सूची भेजी है। 15 अक्टूबर से गया एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल उड़ानों की शुरुआत होगी। पर्यटन सत्र के दौरान विभिन्न देशों के चार्टर्ड फ्लाइट्स भी उतरेंगें। – बंगजीत साहा, डायरेक्टर गया एयरपोर्ट
इन देशों के आते हैं टूरिस्ट बोधगया में चीन, ताइवान, रूस, पोलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, आस्ट्रीया, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, इटली, फ्रांस, हांगकांग, जर्मनी, कनाडा, नेपाल, भूटान, ब्राजील, इजरायल, थाईलैंड, कोरिया, वियतनाम, जापान, श्रीलंका, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, कंबोडिया सहित कई अन्य बौद्ध व गैर बौद्ध देशों से भी श्रद्धालु व टूरिस्ट आते हैं।