Thursday, November 14, 2024
Patna

जमुई में एशिया की सबसे बड़ी एथेनॉल फैक्ट्री बनकर तैयार10 हजार बेरोजगारों को नौकरी

पटना.जमुई जिले के बिहार-झारखंड सीमा रेखा अंतर्गत नक्सल प्रभावित चकाई प्रखंड क्षेत्र के उरवा भलुआ गांव में एशिया की सबसे बड़ी एथेनॉल फैक्ट्री लगाया जा रहा है। फैक्ट्री निर्माण की शुरुआत हो गई है। साल 2025 तक एथेनॉल फैक्ट्री 2025 में बनकर तैयार हो जाएगा।

 

इस फैक्ट्री के बन जाने से आस-पास रहने वाले 10 हजार बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलेगी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया गया था कि आने वाले समय में पेट्रोल डीजल की जगह एथेनॉल से ही वाहन का संचालन होगा। जिसको लेकर फैक्ट्री पश्चिम बंगाल की अंकुर वाई कॉम प्राइवेट कंपनी के द्वारा 4 हजार करोड़ की लागत से इसे निर्माण कराया जा रहा है।

 

 

फैक्ट्री खुलने से दर्जनों गांव के किसानों को मिलेगा लाभ

 

फैक्ट्री के प्रोजेक्ट मैनेजर कमलाकांत ने बताया कि इलाके में एथेनॉल फैक्ट्री का शुभारंभ होने के बाद आधा कार्य हो चुका है। साल 2025 में यह फैक्ट्री पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगी। इस फैक्ट्री से प्रत्येक दिन 750 केएल बेरी का साढ़े सात लाख लीटर एथेनॉल का प्रोडक्शन किया जाएगा। यहां के किसानों को इससे फायदा मिलेगा क्योंकि आसपास रहने वाले किसानों से फैक्ट्री के द्वारा चावल और मकई की खरीदारी की जाएगी। बड़े पैमाने पर जब किसानों से चावल और मकई उचित कीमत पर लिया जाएगा तो इस इलाके के किसान खुशहाल होंगे।

 

10 हजार बेरोजगार युवाओं को नौकरी

 

तीन पीढ़ियों के बाद इलाके में फैक्ट्री निर्माण होने से 10 हजार बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलने की जानकारी के बाद स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। स्वेच्छा से उक्त इलाके में रहने वाले किसान और जमीन के मालिक ने कंपनी को उचित रेट पर अपनी जमीन कंपनी को रजिस्ट्री कर दिया था। फैक्ट्री के शुभारंभ से ही आसपास गांव के रहने वाले 150 बेरोजगार युवाओं को उक्त फैक्ट्री के निर्माण में कार्य के लिए नौकरी भी मिल गई है। जमीन देने वाले स्थानीय अर्जुन राय ने बताया कि तीन पीढ़ी से रह रहे लोगों को इस इलाके में नौकरी के लिए दूसरे राज्य जाना पड़ता था। अपनी जमीन कंपनी को इसलिए दिया गया है ताकि यहां रहने वाले बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।

Kunal Gupta
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