7जिलों में आपदा मोचन बल की 16 टीम भेजी गयी,बिहार में बाढ़ को लेकर हाई लेवल बैठक
Bihar Flood:पटना.नेपाल में हुई भारी बारिश ने बिहार में बाढ़ की स्थिति और गंभीर कर दी है. कोसी और गंडक बराज से शनिवार को रिकॉर्ड पानी छोड़ा गया. जिसके बाद कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. राज्य के 20 जिले नेपाल से आने वाली नदियों के पानी से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. इस संकट से निबटने के लिए जल संसाधन विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट है. दर्जन भर से अधिक डीएम अपने क्षेत्र में तटबंधों पर खुद निरीक्षण कर रहे हैं. इधर, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और आपदा मोचन बल को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम के कमांडर और आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी भी इस बैठक में मौजूद रहे.
आपदा विभाग की बैठक, बाढ़ के हालात पर हुई समीक्षा
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने रविवार को बिहार में बाढ़ के हालात को लेकर समीक्षा बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह समीक्षा बैठक आयोजित की गयी जिसमें संबंधित जिले में बाढ़ से निपटने हेतु महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए. बाढ़ प्रभावित जिलों में आवश्यतानुसार राहत शिविर, सामुदायिक रसोई व चिकित्सा शिविर की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश उन्होंने प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को दिए.
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7 जिलों में 16 टीम तैनात
अपर मुख्य सचिव ने आपदा मोचन बल(NDRF/SDRF) के टीम कमांडर को निर्देश दिए. उन्हें कहा कि नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण उत्तर बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ा है. इसे देखते हुए आपदा मोचन बल पूरी तरह अलर्ट मोड में रहें. जो जिले बाढ़ से प्रभावित हैं वहां पूरी निगरानी रखी जाए. अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बाढ़ के हालात को देखते हुए जिलों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भेजी गयी. इसका पूरा ब्यौरा देते हुए एसीएस ने बताया कि सुपौल में 4 , मुजफ्फरपुर में 2, पूर्वी चंपारण में 1, पश्चिमी चंपारण में 2, गोपालगंज में 2, छपरा में 2, सहरसा में 3 टीमें भेजी गयी है. बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर: 0612-2294204 व टोल फ्री नंबर 1070 जारी किया है.
बिहार में बाढ़ का संकट गहराया
गौरतलब है कि नेपाल की बारिश से गंडक और कोसी का जलस्तर काफी अधिक बढ़ गया है. जिससे कई जिलों में बाढ़ का संकट गहराया है. गंडक व कोसी के नीचले इलाके में लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं मुख्यालय से पूरी कड़ी निगरानी की जा रही है. दूसरी तरफ बिहार में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा जिससे नदियों का जलस्तर और बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है.