44 हजार रु. का बिजली बिल देख महिला मजदूर दंग, भैंस बेचकर बिल जमा करने को मजबूर
पटना.बोधगया में बिजली विभाग के कारनामों की फेहरिस्त में एक और मामला जुड़ा है। इस बार एक मजदूर परिवार को इसका खामियाजा उठाना पड़ा है। मामला बोधगया के बकरौर गांव का है। यहां बिजली विभाग की लापरवाही से एक मजदूर महिला के घर बिजली बिल करीब 44 हजार रुपए का आया है। बता दें कि यह बिल किसी लंबी अवधि का नहीं बल्कि एक महीने का है। मजदूर महिला ने जब 43 हजार 06 सौ 77 रुपए का बिल देखा तो होश उड़ गए।
बिल से महिला सदमे में आ गई है। महिला अपने दो छोटे-छोटे बच्चे और एक वृद्ध ससुर के साथ रहती है। पति काम के सिलसिले में बाहर रहता है। चार पांच कमरे की घर में सिर्फ एक कमरे में लाइट व पंखा है और बरामदे में एक लाइट है। जो रात को बंद हो जाता है। एक महीने में आए बिल को ठीक करने के लिए किस ऑफिस में जाना है। इस बात की जानकारी महिला को नहीं है। महिला बोधगया के रास्ते को भी ठीक से नहीं पहचानती है।
पीड़ित महिला घर में रहे दो भैंस के दूध को बेचकर व मजदूरी करके परिवार को चलाती है। पीड़ित महिला रेखा देवी का कहना है उन्होंने पिछले सभी बिलों का पूरा भुगतान कर दिया था, बावजूद इसके बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों ने इतना ज्यादा बिल थमा दिया। अब 44 हजार गरीब महिला कहा से लाएगी। मनमाना बिल जमा करने के लिए उसे अपनी एक भैंस को मजबूरी में बेचना पड़ेगा।
पीड़ित महिला के पड़ोसी दीपक कुमार ने बताया कि महिला के घर में हर महीने 40 से 50 यूनिट से अधिक बिजली बिल नहीं आया है। नवंबर 23 में 0 यूनिट बिजली बिल आने के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया था। जिसके बाद उनलोगों ने भी ठीक ठहराया था। घर में एक पंखा और दो लाइट है। बच्चे व महिला सुबह से ही काम को लेकर व्यस्त रहती है। जिस कारण सुबह से ही लाइट बंद रहता है। पिछले महीना 143 रुपए का बिल आया था। बिल का भुगतान हमे ही करने बोलती है। इनका बिजली बिल इनके ससुर बिंदी यादव के नाम से है। इनका पता भी आज तक ठीक नहीं किया गया। जो बकरौर की जगह जानी बिगहा, गाफा खुर्द के नाम से आता है।