Friday, November 15, 2024
Patna

बिहार के इस सरकारी विद्यालय में पढ़ने गये पांचवीं के छात्र की फूटी आंख,रेफर, शिक्षक फरार

पटना :गोपालगंज. सरकारी विद्यालय में शिक्षक की लापरवाही से पांचवीं कक्षा के एक छात्र की आंख फूट गयी. घटना बुधवार की सुबह बाला प्राथमिक विद्यालय की है, जो सीवान जिले की सीमा पर है. पीड़ित छात्र बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के हरदिया चौक निवासी मंटू प्रसाद का पुत्र मयंक कुमार है. परिजनों ने एंबुलेंस से छात्र को सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. छात्र को लेकर परिजन मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर के लिए निकल गये हैं. छात्र के पिता मंटू प्रसाद का आरोप है कि बुधवार को उनका पुत्र मयंक कुमार सीवान-गोपालगंज सीमा पर स्थित सीवान के प्राथमिक विद्यालय बामो में पढ़ने गया था. स्कूल जाने के बाद चापाकल खराब था.

 

 

विद्यालय के एक शिक्षक ने चापाकल को बनवाने के लिए बाइक पर लोड कर लिया और खुद भी बैठ गये, इसके बाद छात्र मयंक कुमार को बाइक चलाने के लिए कहा. विद्यालय से बाजार जाने के दौरान रास्ते में बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. चापाकल के रॉड से छात्र की आंख डैमेज हो गयी. शिक्षकों ने इसकी सूचना मयंक के पिता को दी. आनन-फानन में पहुंचे परिजन छात्र को नजदीकी अस्पताल में लेकर गये, जहां से सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल में भी डॉक्टरों ने छात्र की हालत देखकर बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.

 

 

वहीं, छात्र की बायीं आंख फूट जाने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि छात्र के एक आंख से रोशनी नहीं दिख रही है. परिजनों ने इस मामले को शिक्षक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. विद्यालय में छात्रों को पढ़ाने के बदले काम कराने की शिकायत पहले से आ रही थी. छात्र के परिजनों का आरोप है कि विद्यालय के शिक्षक अक्सर छात्र को बाजार में किसी न किसी काम से भेज देते थे. इस बार चापाकल बनवाने के लिए नाबालिग छात्र को बाइक चलाते हुए चापाकल बनवाने के लिए भेज दिया गया, जिससे बड़ा हादसा हुआ और छात्र को अपनी एक आंख गंवानी पड़ी.

 

 

छात्र मयंक कुमार की हालत देखने के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर करनेवाले स्वास्थ्य विभाग के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ आरके सिंह ने कहा कि जख्म गहरा था. एक आंख की पुतली फट चुकी है, जो ऑपरेशन से ही रिकवर होगी. डॉक्टर का कहना है कि जख्म ठीक होने के बाद भी पूरी तरह से आंख रिकवर होने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने तत्काल मेडिकल कॉलेज में छात्र को भर्ती कराने के लिए रेफर कर दिया.

Kunal Gupta
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