विपक्ष भ्रम फैला रहा है:पटना में मीटिंग के बाद दिल्ली में शाह से मिले चिराग ,बोले- काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती
पटना.राजद की तरफ से पार्टी में टूट की खबरों के बीच LJP(R) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान एक्शन में आ गए हैं। शुक्रवार को पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में उन्होंने पहले पार्टी के कोर कमेटी के साथ बैठक की। इसके बाद आनन-फानन में वे दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि दोनों के बीच कई राजनीतिक बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। हालांकि क्या चर्चा हुई फिलहाल इस पर वे कुछ बताने से बच रहे हैं।
देर शाम न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि विपक्ष भ्रम फैला रहा है। विपक्ष की तरफ से एक बार फिर से मेरी पार्टी और सांसदों को लेकर साजिश को हवा देने की कोशिश की जा रही है। ये ठीक उसी तरह है जैसा 2021 में रची गई थी।
एक बार फिर से ये लोग सोच रहे हैं कि चिराग पासवान को खत्म कर देंगे। ये लोग उस वक्त भी चिराग पासवान को समाप्त नहीं कर पाए। अब भी नहीं कर पाएंगे। वो अपनी ख्वाहिशों को पर देने का काम कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि ऐसा हो। अफसोस काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। इस बार ऐसा कुछ होने वाला नहीं है।
हम मजबूती से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं
आज की तारिख में मजबूती से जिस तरीके से लोजपा(आर) न केवल चुनाव लड़े, बल्कि 100 पर्सेंट स्ट्राइक रेट से सभी की सभी पांच सीटें जीतने में कामयाब रहे। मेरी पार्टी का एक-एक सांसद पूरे समर्पण भाव से बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को धरातल पर उतारने की सोच के साथ काम कर रहा है। हमारे सामने बड़ा लक्ष्य है 2025 का विधानसभा चुनाव। उस दिशा में पूरी पार्टी एकजुटता से लगी हुई है। जो लोग सोचते हैं कि पार्टी में इस तरह की टूट हो।
राजद ने टूट का दावा किया था
दरअसल, पिछले दो दिनों से राजद के विधायक और पार्टी नेताओं की तरफ से एलजेपी(आर) में टूट का दावा किया जा रहा था। राजद के नेता सार्वजनिक तौर पर ये कह रहे थे कि पार्टी के तीन सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं। बीजेपी इन्हें तोड़ने की प्लानिंग पर काम कर रही है।
पारस और शाह की मुलाकात ने बढ़ाया सस्पेंस
टूट की खबरों के बीच अचानक 27 अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह और चिराग पासवान के चाचा रालोजपा नेता पशुपति पारस के बीच मीटिंग हुई थी। इसके बाद चिराग पासवान को लेकर सस्पेंस बढ़ गया था। शाह से मुलाकात के बाद पशुपति पारस लगातार कह रहे हैं कि गृह मंत्री ने उन्हें भरोसा दिया है कि विधानसभा चुनाव में लोकसभा की तरह नहीं होगा। सही हिस्सेदारी दी जाएगी।