सावन की चौथी सोमवारी पर देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में उमड़ा कांवरियों का सैलाब
Shravani Mela 2024: देवघर-श्रावणी मेला अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है, लेकिन कांवरियों की भीड़ अब भी बनी है. सावन की चौथी सोमवारी से पहले रविवार को दोपहर बाद से ही सोमवारी पर जल चढ़ाने के लिए कांवरिये बाबाधाम पहुंचने लगे. सोमवार को बाबा मंदिर में भारी भीड़ होने की संभावना को देखते हुए जिला व बाबा मंदिर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. चौथी सोमवारी पर दो लाख से अधिक कांवरियों के बाबा धाम पहुंचने की संभावना जतायी जा रही है. बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने रविवार शाम से ही सोमवार तक मंदिर के आसपास मेला क्षेत्र तथा कांवरिया रूट लाइन में चारपहिया वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है. वहीं दोपहिया वाहन चालकों को भी अति आवश्यक होने पर ही वाहन को बाहर निकालने की अपील की है. इसके अलावा पूर्व की तरह सोमवार को बाबा मंदिर में शीघ्रदर्शनम पास जारी करने पर रोक रहेगी.
रविवार दोपहर बाद से बढ़ी कांवरियों की कतार
सावन की चौथी सोमवारी को लेकर रविवार दोपहर एक बजे से ही कांवरियों के आने की रफ्तार में तेजी दिखायी दे रही थी. बीएन झा पथ से लेकर शिवगंगा घाट तक पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था. भारी भीड़ को देखते हुए डीसी विशाल सागर के निर्देश पर कांवरियों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. क्यू कॉम्प्लेक्स से लेकर ऊपर सिंघवा तक कतार में किसी तरह की अव्यवस्था नहीं हो, इसका खास इंतजाम किया गया है. सभी मेडिकल कैंप में दवाई तथा चिकित्सक के अलावा पारा मेडिकल स्टाफ को चौकन्ना रहने का निर्देश दिया गया है.
रविवार को शाम सात बजे तक 1.40 लाख कांवरियों ने किया जलार्पण
रविवार की सुबह बाबा मंदिर का पट खुलने के बाद से ही जलार्पण करने आये कांवरियों की संख्या में वृद्धि देखी गयी. हर दिन की तरह रविवार को भी कांवरियों की कतार पांच किमी दूर बीएड कॉलेज तक देखी गयी. वहीं भारी संख्या में कांवरिये शीघ्रदर्शनम कूपन का भी लाभ लेते दिखे. कूपन लेकर आये कांवरियों को प्रशासनिक भवन के रास्ते मंदिर के गर्भ गृह तक भेजने की व्यवस्था की गयी थी. वहीं बाह्य अरघा में भी जलार्पण करने के लिए कांवरियों की सुबह से ही भीड़ देखी गयी. बाह्य अरघा की कतार को नाथबाड़ी से संचालित किया गया. यहां पर अधिक भीड़ होने के कारण कई बार यह कतार सनबेल बाजार की ओर निकलती देखी. रविवार को देर शाम तक 1.40 लाख कांवरियों ने जलार्पण किये थे.