Saturday, November 16, 2024
New Delhi

“सावन के तीसरे सोमवार पर शिवमय उज्जैन:डमरू से गूंजेगी महाकाल की नगरी, बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड

उज्जैन.आज सावन का तीसरा सोमवार है। उज्जैन शिवमय है। महाकाल मंदिर में भक्तों की कतारें लगी हुई हैं। शाम 4 बजे राजाधिराज महाकाल प्रजा का हाल जानने निकलेंगे। सवारी में महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, तो हाथी पर मनमहेश के स्वरूप में विराजित होंगे।सवारी से पहले दोपहर 12 बजे शक्ति पथ पर 1500 डमरू वादक एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। इसके लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम को बुलाया गया है। समारोह में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी शामिल होंगे। इसके बाद सवारी में महाकाल मंदिर से शिप्रा तक चलेंगे। पालकी पूजन भी करेंगे।

महाकाल की भस्म आरती के लिए रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे मंदिर के पट खोले गए। भस्म आरती के दौरान भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का राजा स्वरूप दिव्य श्रृंगार किया गया। भस्म आरती के 15 हजार से अधिक श्रद्धालु ने दर्शन किए। मंदिर में बाबा के दर्शन का सिलसिला रात 10.30 बजे तक चलेगा।मंदिर प्रशासन को उम्मीद है कि 3 लाख से ज्यादा भक्त आज महाकाल के दर्शन करने आ सकते हैं।

5 एलईडी पर होगा डमरू वादन का लाइव टेलिकास्ट

महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर जहां डमरू वादन होगा, वहां 5 एलईडी लाइव टेलिकास्ट के लिए लगाई गई हैं। वहीं, तीसरी सवारी में ट्रक पर 4 एलईडी लगाई गई हैं।

इस रूट से निकलेगी बाबा की सवारी

तीसरी सवारी निकलने के पहले सभामंडप में भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। इसके बाद भगवान रजत पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान सलामी देंगे। निमाड़ अंचल के पारंपरिक लोकनृत्य काठी नृत्य दल के सदस्य पालकी के आगे भजन मंडलियों के साथ प्रस्तुति देते हुए चलेंगे। सवारी में रथ पर शिव तांडव रूप के दर्शन भी भक्तों को होंगे।

सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाड़ी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। यहां शिप्रा के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन करने के बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक पर खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई फिर श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।

Kunal Gupta
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