शैलेश को पिता ने खेत गिरवी रख बनाया खिलाड़ी,बिहार से पैरालिंपिक में जाने वाले दूसरे खिलाड़ी
पटना.पेरिस पैरालिंपिक के लिए जमुई के इस्लाम नगर के शैलेश कुमार का चयन हुआ है। शैलेश हाई जम्प के खिलाड़ी हैं। रविवार को बिहार राज्य खेल प्राधिकार के डीजी रवीन्द्रण शंकरण ने यह जानकारी दी। पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने शैलेश को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आप सिर्फ खेलिये, मेडल का कोई प्रेशर नहीं लेना है। शैलेश एशियन पैरा गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने बताया कि शैलेश बिहार से पैरालिंपिक में जाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। वह 28 अगस्त से पेरिस में शुरू होने वाले पैरालिंपिक में भाग लेंगे। इससे पहले मुजफ्फरपुर के शरद कुमार हाई जम्प में टोकियो पैरािलंपिक में कांस्य पदक जीत चुके हैं। शैलेश का पैरािलंपिक में चयन होना बिहार के लिए गर्व की बात है।
पोलियो से दिव्यांग हुए, पर खेल में अव्वल रहे
शैलेश बताते हैं कि पोलियो के कारण बचपन में दिव्यांग हो गये थे। दिव्यांग होने के बाद भी उसने कभी हिम्मत नहीं हारी। पढ़ाई और खेल में हमेशा अव्वल रहे। माता-पिता चाहते थे कि वह पढ़-लिख नौकरी करे। लेकिन खेल प्रति लग्न देखकर माता-पिता ने खेत को गिरवी रखकर बेटे को खिलाड़ी बनाया। उनके पिता शिवनंदन राय खेती करते हैं। माता गृहिणी है। दो भाई हैं और एक बहन है। शैलेश ने बताया कि जब वह पांचवीं कक्षा में थे तभी स्कूल में खेल प्रतियोगिता हो रही थी।
मैंने अपना नाम लिखवा लिया। मैंने हाई जम्प अच्छा किया। गरीबी के कारण पहले खाली पैर ही प्रैक्टिस करने के लिए जूते नहीं होते थे। पिताजी ने खेत गिरवी रख खिलाड़ी बनाया है। एशियन पैरा गेम्स जीतने के बाद उसने ठान लिया कि पैरालिंपिक खेलेंगे। वह देश का नाम रोशन करना चाहते हैं। शैलेश मेडल लाओ, नौकरी पाओ योजना के तहत सीडीपीओ के रूप में नवादा में कार्यरत हैं। अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम राजगीर के उद्घाटन समारोह में पेरिस ओलंपिक में इंडिया हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश मुख्य अतिथि होंगे। स्टेडियम में बने हॉकी मैदान में इंडिया वीमेन हॉकी टीम हॉकी खेलकर शुरुआत करेंगी।