Saturday, November 16, 2024
Indian RailwaysSamastipur

“समस्तीपुर स्टेशन पर वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में मेडिकल टीम ने कराया प्रसव,कृष्णा ने लिया जन्म 

समस्तीपुर.नई दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन की जनरल बोगी में सोमवार को समस्तीपुर जंक्शन पर मेडिकल टीम ने बोगी में साड़ी का पर्दा लगाकर एक महिला का प्रसव कराया। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है। मेडिकल चेकअप के बाद उन्हें सहरसा के लिए रवाना कर दिया गया।

DRM बीना श्रीवास्तव ने बताया कि नई दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर स्टेशन से खुली। इसके बाद समस्तीपुर रेलवे कंट्रोल को सूचना दी गई की ट्रेन में गार्ड बोगी से सटे जनरल बोगी में सहरसा शहर के रहने वाले मोहम्मद मेराज अपनी पत्नी मुन्नी खातून के साथ सफर कर रहे हैं। मुन्नी खातून को प्रसव पीड़ा हो रही है।

बोगी में लगाया गया साड़ी का पर्दा
सूचना मिलते ही तत्काल मेडिकल टीम को इसकी जानकारी दी गई। मंडलीय रेल अस्पताल की महिला डॉक्टर डॉ.रेखा साहू और मेडिकल टीम को समस्तीपुर स्टेशन पर भेजा गया। जब ट्रेन समस्तीपुर स्टेशन पर रुकी तो मेडिकल टीम ने महिला का चेकअप किया, तो उसे नीचे उतारने की स्थिति नहीं बन पाई। तत्काल ट्रेन में सफर कर रहे हैं यात्रियों से साड़ी एवं अन्य कपड़ा से पर्दा किया गया।महिला का सफल प्रसव कराया गया। महिला ने बेटे को जन्म दिया। इस दौरान ट्रेन समस्तीपुर स्टेशन पर करीब 40 मिनट रुकी रही। महिला की फुल चेकअप किया गया। जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित पाए गए। उसके बाद ट्रेन को सहरसा के लिए खोला गया।

ट्रेन से उतरने के लिए तैयार नहीं हुई महिला

मेडिकल टीम लेकर पहुंची रेखा साहू ने बताया कि प्रसव के बाद महिला को बेहतर चिकित्सा के लिए रेलवे अस्पताल चलने की सलाह दी गई, लेकिन महिला और उसके परिवार के लोग ट्रेन से उतरने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद उनकी पुणे चेकअप की गई और उचित दवा देने के बाद सहरसा के लिए ट्रेन को रवाना किया गया। इस दौरान उनके साथ नर्सिंग स्टाफ रेखा कुमारी, विकास कुमार ड्रेसर चंदन कुमार एवं एच ए पामा कुमारी सम्मिलित थे। आरपीएफ की महिला टीम भी मौके पर तैनात रही।बताया गया है कि महिला का पति मो मेराज दिल्ली में मजदूरी करता है। पूर्व से उसे एक पुत्र था डॉक्टर ने 5 दिन बाद का समय दिया था । जिस कारण वे लोग वापस घर सहरसा लौट रहे थे।

Kunal Gupta
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