“मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव पहुंची समस्तीपुर, किया समीक्षात्मक बैठक,10 लाभार्थियों को चेक प्रदान कर सम्मानित किया
समस्तीपुर समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव-सह-प्रभारी सचिव डॉ. एन. विजया लक्ष्मी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान विभिन्न विभागों, विशेषकर कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र विभागों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई एवं कई दिशा निर्देश दिए गए।
इससे पहले जिला अधिकारी द्वारा प्रधान सचिव को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया। बैठक की शुरुआत के पहले प्रधान सचिव ने मत्स्य विभाग और कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की और उन्हें सम्मानित भी किया। उन्होंने मत्स्य विभाग के कुल 10 लाभार्थियों को चेक प्रदान कर सम्मानित किया तथा कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे मृदा स्वास्थ्य कार्ड के कई लाभार्थियों को स्वयं मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किया।
बैठक में सर्वप्रथम कृषि विभाग की समीक्षा की गई, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 100 प्रतिशत आच्छादन का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है।डीजल अनुदान एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में कुछ लंबित मामले पाए गए, कृषि पदाधिकारी को लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाने का निर्देश दिया गया। पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए लक्ष्य के सापेक्ष वर्तमान उपलब्धि कम पाई गई जिसपे प्रधान सचिव द्वारा पशुपालन अधिकारी को लक्ष्य शीघ्र पूरा करने निर्देश दिए गया ताकि जिले को अतिरिक्त लक्ष्य दिए जा सके।
इसी प्रकार प्रधान सचिव ने पाया कि जिले में लिंग-भेदित वीर्य (Sex Sorted Seman) की वर्तमान मांग काफी कम है, उन्होंने व्यापक प्रचार प्रसार के माध्यम से जिले में इसकी मांग बढ़ाने के निर्देश दिए। गव्य विकास एवं मत्स्य विभाग की समीक्षा करते हुए सचिव ने कहा कि जिले में पशुपालन एवं मत्स्य पालन की अपार संभावनाएं हैं और विभिन्न विभागों के समन्वय से इसे प्राप्त किया जा सकता है।
इसी प्रकार बैठक के दौरान आईसीडीएस, सामाजिक सुरक्षा, कल्याण विभाग, पंचायती राज एवं अन्य विभागों की भी समीक्षा की गई।पंचायती राज विभाग की समीक्षा के क्रम में पंचायती राज पदाधिकारी ने बताया कि पंचायत सरकार भवन के लिए जिले के कुल 313 ग्राम पंचायतो में जमीन उपलब्ध करवा ली गई है , शेष 33 ग्राम पंचायत में भी जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध करवा ली जाएगी। इसी क्रम में प्रधान सचिव ने जिला पदाधिकारी को सुझाव दिया कि सुधा उत्पाद की बिक्री के लिए पंचायत सरकार भवन में कुछ स्थान उपलब्ध कराया जाए ताकि ग्रामीण लोग भी सुधा के उत्पादों को आसानी से प्राप्त कर सकें।बैठक के दौरान बताया गया कि सात निश्चय योजना-1 और सात निश्चय योजना-2 में समस्तीपुर वर्तमान में राज्य में प्रथम स्थान पर है।
इसी प्रकार अन्य विभागों की भी समीक्षा की गई जिस पर प्रधान सचिव ने कई दिशा निर्देश दिए। अंत में सचिव ने जिले की प्रगति के लिए जिला अधिकारी और जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी। इसके अलावा उन्होंने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की आगामी योजनाओं के बारे में भी अधिकारियों को जानकारी दी।
जिला स्तरीय समीक्षात्मक बैठक में प्रधान सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग-सह-प्रभारी सचिव (समस्तीपुर) डॉ. एन. विजया लक्ष्मी के अलावा जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी, अपर समाहर्ता अजय तिवारी, अपर समाहर्ता (आपदा) राजेश सिंह, उप विकास आयुक्त एवं अन्य विभागों के वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।