लोगों ने चंदा वसूल 3 लाख में बनाया चचरी पुल:समस्तीपुर में शांति नदी का डायवर्सन बहने पर हुई थी परेशानी
समस्तीपुर के कल्याणपुर प्रखंड से गुजरने वाली शांति नदी पर बघला गांव के लोगों ने जज्बे का चचरी पुल बनाया है। मानसून शुरू होते ही शांति नदी में आई बाढ़ के कारण चकमेहसी और बघला गांव को जोड़ने वाली डायवर्सन के बह जाने से बघला का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया था।
इसी स्थल पर नया पुल का भी निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन नदी में पानी आ जाने के बाद निर्माण कार्य को रोक दिया गया। लोगों के सामने आवागमन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा बचा था। जिस कारण ग्रामीणों का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था।
बगल गांव निवासी पंकज कुमार बताते हैं कि परेशानी को देखते हुए लोगों ने पंचायत प्रशासन से लेकर प्रखंड प्रशासन को भी मदद की गुहार लगाई। प्रखंड प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था की गई। इसके बाद लोगों ने आपसी सहयोग कर चचरी का पुल बनाने का निर्णय लिया।ग्रामीणों द्वारा आपसी सहयोग से 3 लाख रुपए चंदा वसूली की गई और ग्रामीणों ने पुल बनाने में खुद मजदूर की भूमिका निभाई और करीब 20 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद पुल का निर्माण कर लिया। अब लोग बाइक और तीन चक्का ऑटो लेकर आवाजाही करना शुरू कर दिया है।
25000 की आबादी को हो रही थी परेशानी
शांति नदी का डायवर्सन बहाने से इस इलाके के बघला, भरजा कनौजर, पड़ाव, कल्याण नगर, हत्था, माधोपुर आदि गांव की करीब 25000 से अधिक आबादी को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब इस चचरी पुल के बन जाने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। लोग बाइक और तीन चक्का वाहन से पुल पार कर ले रहे हैं। चचरी पुल मजबूत रहे इसके लिए निर्माणाधीन पुल के पाये का भी सहारा लिया गया है।
20 दिनों में बनकर तैयार हुआ 250 फीट लंबा पुल
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 250 फीट लंबे स्कूल को बनाने में 20 दोनों का समय लगा। गांव के ग्रामीण ही इसके लिए दिन रात मेहनत की। पुल के निर्माण पर करीब 3 लाख रुपए खर्च हुआ उक्त राशि ग्रामीणों ने अपने स्तर से व्यवस्था की।अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार ने कहा कि डायवर्सन के बजाने से लोगों को दिक्कत हो रही थी। सरकारी स्तर पर नाव की व्यवस्था की गई थी। क्योंकि उक्त स्थल पर फूल का निर्माण कार्य चल रहा है पानी घटने के बाद पुनः निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।