“ब्वॉयफ्रेंड के कहने पर पत्नी मेरी हत्या करवाना चाहती है’,घर में रखा कट्टा;पति को भिजवाना चाहती थी जेल,खुद हो गई गिरफ्तार
पटना.गया में 14 अगस्त की रात घर में अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार महिला अपने पति को जेल भिजवाना चाहती थी। पर वो खुद गिरफ्तार हो गई। यह खुलासा शुक्रवार को पुलिस ने किया। मामला मोहनपुर थाना क्षेत्र के निदानी गांव की है।पति का कहना है कि पत्नी, प्रेमी के कहने पर हथियार लेकर घर आई थी। प्रेमी ने इसकी सूचना पुलिस को दी ताकि मैं गिरफ्तार हो जाऊं पर पत्नी ही अरेस्ट हो गई। पत्नी मेरी हत्या करवाना चाहती है।
दो बच्चों की मां है आरोपी
आरोपी महिला आरती कुमारी के दो बच्चे भी हैं। एक 4 साल का और दूसरा 6 वर्ष का। आरती कुमारी के बारे में जानने के लिए भास्कर की टीम उसके घर पहुंची। यहां उसके पति प्रवीण और ग्रामीणों ने आरती और उसके द्वारा रची गई साजिश के बारे में सारी बात बताई।
आरती के पास बरामद हथियार।
प्रवीण ने बताया कि आरती के साथ उसकी शादी 2016 में हुई थी। आरती कोडरमा की रहने वाली है। जबकि प्रवीण निदानी गांव का निवासी है। प्रवीण शादी के बाद से कन्या कुमारी में मजदूरी करता था। गांव की महिलाओं का आरोप है कि शादी के बाद से ही आरती ससुराल में झगड़ा करती थी। मां बाप से अलग रहने के लिए प्रवीण पर दवाब बनाती थी। एक दिन प्रवीण अपने मां-बाप और भाई से अलग हो गया।
पति-पत्नी में विवाद होने लगा
प्रवीण के हिस्से में जो मिला, उसमें मकान बनना शुरू कर दिया। मकान बनाने के लिए वह कन्या कुमारी से आरती को ही पैसे भेजा करता था। धीरे-धीरे मकान पूरा बन गया। इस बीच आरती का संबंध गांव के कुछ लड़कों से हो गया। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए प्रवीण कन्या कुमारी से काम छोड़कर गांव आ गया। लेकिन आरती में कोई सुधार नहीं हुआ।
पंचायत में हुआ सुलह पर नहीं बदली आरती
प्रवीण ने बताया कि इस बीच आरती का संपर्क पास के गांव पाठक गोरई के छोटू पासवान से हो गया। इस बात को लेकर भी आरती और प्रवीण के बीच झगड़ा शुरू हो गया। ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर मामले में सुलह कराया। आरती को ढंग से रहने की नसीहत दी गई। ग्रामीणों ने उसे कहा- गलत काम से गांव की बदनामी होती है। आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए। लेकिन उसमें कोई सुधार नहीं हुआ।प्रवीण का आरोप है कि करीब डेढ़ माह पूर्व आरती घर से दो लाख रुपए और जेवर लेकर भाग गई। बीच बीच में वह घर आती थी पर दोनों बच्चों से बात कर वापस चली जाती थी। 14 अगस्त की रात करीब 11 बजे आरती घर पर आई। दरवाजा खटखटाया। देखा कि आरती है। ग्रामीणों को सूचना दी। उन्होंने कहा कि रात में आई है तो दरवाजा खोल दो।
प्रवीण ऊपर वाले कमरे में जाने लगा। इस पर आरती बोली कि नीचे वाले कमरे में चलो। लेकिन वो नहीं गया। इस बात के करीब 20 मिनट ही हुए होंगे कि पूरे घर को पुलिस ने घेर लिया। दरवाजा खुलवाया। पुलिस सीधे नीचे वाले कमरे में घुसी, जहां आरती थी। पुलिस ने पलंग के बॉक्स को खोला और उसमें से एक कट्टा, एक राइफल (बिना वोल्ट का ) और दो कारतूस बरामद किया।प्रवीण ने कहा- पुलिस मेरे साथ मारपीट करने लगी। इस बीच ग्रामीण जुट गए। उन्होंने पुलिस को पूरी सच्चाई बताई तो मोहनपुर पुलिस की टीम ने आरती और मुझे हथियार सहित थाना ले गई। पूर्व में भी पति-पत्नी के बीच हुई लड़ाई की घटना थाना में पहुंची थी। इस बात की जानकारी थानाध्यक्ष विश्वजीत कुमार को ग्रामीणों ने दी तो उन्होंने अपने स्तर से छानबीन शुरू की।
पति को रास्ते से हटाने की थी योजना
थानाध्यक्ष को शक हुआ तो आरती से सख्ती से पूछताछ की गई। इसके बाद आरती ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि छोटू पासवान से उसका अवैध संबंध है। उसी ने प्रवीण को रास्ते से हटाने के लिए हथियार घर में रखने को दिया था। उसके कहे अनुसार घर में हथियार रख दिया और पकड़ी गई।
इधर, मोहनपुर थानाध्यक्ष विश्वजीत कुमार ने बताया कि आरती ने पूछताछ में बताया है कि उसने ही अपने पति को फंसाने के लिए प्रेमी संग मिलकर साजिश रची थी। छोटू पासवान ने ही उसे हथियार दिया था। छोटू पासवान ने ही अपने साथियों से पुलिस के दूसरे विंग को नक्सली द्वारा अवैध हथियार प्रवीण के घर में रखे जाने की सूचना भी भिजवाई थी।
विश्वजीत कुमार ने कहा कि सूचना में यह बात कही गई थी नक्सलियों को हथियार की सप्लाई करने वाला छोटू पासवान निदानी गांव पहुंचने वाला है। उसी आधार पर कार्रवाई की गई। लेकिन मामला कुछ और ही निकला। अब छोटू की तलाश की जा रही है।