Friday, November 15, 2024
Patna

मालगाड़ी का इंजन डी-रेल :रक्सौल में मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतरा,परिचालन बाधित

पटना :रक्सौल.पूर्व मध्य रेलवे रक्सौल जंक्शन के यार्ड में बुधवार को मालगाड़ी का इंजन डी-रेल हो गया. विशाखापट्टनम से आइडीबीआर कंटेनर लेकर वीरगंज (नेपाल) के बंदरगाह को जा रही कंटेनर मालगाड़ी की रैक रक्सौल जंक्शन के होम सिंग्नल को पार करते हुए रक्सौल रेलवे यार्ड के लाइन नंबर 5 पर प्रवेश कर रही थी. इसी दौरान ट्रैक चेजिंग प्वाइंट के पास मालगाड़ी का इंजन बेपटरी हो गया. तेज आवाज के साथ मालगाड़ी के इंजन (डब्लूएजी इटारसी) का 6 चक्का पटरी से उतर गया, जिससे प्वाइंट पर रेलवे लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गया. घटना शाम के करीब 4 बजकर 10 मिनट पर घटी.

 

 

इसके बाद रक्सौल-सीतामढ़ी रूट पर ट्रेनों का परिचालन घंटों बाधित रहा. वहीं यार्ड में इंजन बेपटरी होने के कारण रक्सौल जंक्शन से पहले पूरब में रेलवे फाटक संख्या 33 ए पर मालगाड़ी का बाकी कोच फंसा रहा, जिसके कारण रक्सौल में भी जाम की समस्या पैदा हो गयी. इधर, घटना की सूचना मिलते ही रक्सौल स्टेशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रैक को फीट करने की कोशिश की जाने लगी. दुर्घटना राहत यान (एआरटी) टीम रक्सौल मौके पर पहुंची और पटरी से उतरे इंजन को ट्रैक से हटाने की कोशिश की जाने लगी. शाम के 7 बजे तक बचाव कार्य चल रहा था और इंजन को ट्रैक से नहीं हटाया जा सका था. जिसके कारण परिचालन बाधित था.

 

 

मौके पर राहत और बचाव कार्य में रक्सौल स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह, सेक्शसन इंजीनियर रेल पथ, सीडब्लूएस, आरपीएफ, डीसीआई संजय कुमार शर्मा के साथ-साथ अन्य रेल कर्मी राहत कार्य में जूटे रहे. रेल पदाधिकारियों ने बताया कि घटना के संबंध में मंडल के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, 5 घंटा से अधिक वक्त लग सकता है. पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द क्षतिग्रस्त ट्रैक को ठीक करके परिचालन को शुरू कराया जा सके. वहीं घटनास्थल पर विधि व्यवस्था को लेकर आरपीएफ रक्सौल के निरीक्षक ऋतु राज कश्यप, सब इंस्पेक्टर एस के मिश्रा टीम के साथ मौजूद रहे. जबकि रेलवे फाटक पर ट्रेन फंसे होने के कारण लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो,

 

 

इसके लिए रेल थानाध्यक्ष पंकज कुमार अपनी टीम के साथ फाटक पर मौजूद थे. —————- 7.17 बजे हटाया गया मालगाड़ी का वैगन रक्सौल. 4 बजकर 10 मिनट से डी-रेल होने के कारण फाटक पर फंसे मालगाड़ी के वैगन को 7 बजकर 17 मिनट पर हटाया गया. आदापुर साइड से लाइट इंजन मंगाकर मालगाड़ी के बाकी कोच को हादसे का शिकार इंजन से अलग करके आदापुर के तरफ भेजा गया. जिसके बाद यहां फाटक को खोला गया. करीब 3 घंटे से अधिक समय तक फाटक बंद होने के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई. हालांकि समाचार प्रेषण तक क्षतिग्रस्त ट्रैक को दुरूस्त नहीं किया जा सका था. वैगन हटने के बाद रक्सौल-आदापुर सेक्शन क्लीयर हो सका और ट्रेनों का परिचालन कॉसन के आधार पर शुरू किया गया.

Kunal Gupta
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